अप्रवासी मां 3 साल के बच्चे को खेत में बनी मोटर के पास अपना घरेलू काम कर रही थी। बच्चा पानी से खेल रहा था। मां बीच-बीच में अपने बच्चे को देख रही थी। इतने में मोटर के पास पाइपलााइन में जा गिरा। जब बच्चे की रोने की आवाज उसके कानों तक पहुंची, तब तक वह 20 फीट नीचे पाइप लाइन में जा फंसा था। महिला के शोर मचाने पर पास ही घर बना रही लेबर एकत्रित हो गई और बच्चे को पाइप लाइन से निकालने का काम शुरू हो गया। बच्चा पाइपलाइन में गिरने की खबर सुल्तानपुर लोधी के गांव कबीरपुर तथा आसपास के क्षेत्र में फैल गई।
बावजूद इसके मौके पर कोई भी प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचा। गांव वासियों ने बच्चे को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और डेढ़ घंटे बाद पाइप लाइन तोड़कर बच्चे को सुरक्षित निकाल लिया। बच्चे को सुल्तानपुर लोधी के सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया। एसएमओ डॉ. रविंदर पाल शुभ ने बच्चे की हालत खतरे से बाहर बताई है। बच्चें को कपूरथला के सिविल अस्पताल में रेफर कर दिया गया है। एसडीएम रणदीप सिंह गिल ने बताया कि बच्चा बोरवेल में नहीं गिरा है बल्कि खेतों में पानी पहुंचाने के लिए डाली गई पाइप लाइन में जा फंसा था। जिसे तोड़कर सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
पाइपलाइन की मिट्टी हटाने पर आ रही थी रोने की आवाज
शनिवार शाम सुल्तानपुर लोधी के गांव कबीरपुर में साढ़े चार बजे के करीब एक अप्रवासी महिला का बच्चा नहाते समय मोटर की पाइप लाइन में जा फंसा। बच्चे की मां ने शोर मचाया तो आसपास के लोग जमा हो गए और बच्चे को बाहर निकालने में जुट गए। लगभग डेढ़ घंटा चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बच्चे को पाइपलाइन तोड़ तक निकाल लिया गया। प्रत्यक्षदर्शी जसपाल सिंह के मुताबिक पाइपलाइन में टी-प्वाइंट बनी होने के कारण बच्चा 20 फीट पाइप में ही जा फंसा।
बच्चा पाइपलाइन में फंसा होने के कारण रो रहा था। पाइपलाइन में मोबाइल का कैमरा और टॉर्च ऑन करके लगातार स्थिति का जायजा लिया जा रहा था। पाइपलाइन से मिट्टी हटाकर जहां से बच्चे की आवाज आ रही थी, थोड़ा आगे पाइप को तोड़ कर डेढ़ घंटे बाद बच्चे को सुरक्षित निकाल लिया गया। जिसे लोगों की मदद से पहले सुल्तानपुर लोधी के सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया।
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