कृषि कानून वापस करवाने के बाद राजनीति में उतरे किसानों के संयुक्त समाज मोर्चा ने पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए अपने कैंडिडेट्स की चौथी सूची जारी कर दी। इस लिस्ट में 35 नाम है। इसके साथ ही संयुक्त समाज मोर्चा अब तक पंजाब की 117 विधानसभा सीटों में 91 सीटों पर अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर चुका है।
संयुक्त समाज मोर्चा इससे पहले 3 सूचियों में 47 उम्मीदवार उतार चुका है। इसके अलावा 10 सीटों में से 9 पर गुरनाम सिंह चढूनी का संयुक्त संघर्ष मोर्चा भी अपने उम्मीदवार उतार चुका है। इस हिसाब से अब तक किसानों का गठजोड़ 91 उम्मीदवारों को मैदान में उतार चुका है। बची हुई 26 सीटों पर प्रत्याशी जल्द उतारे जा सकते हैं।
पूर्व गैंगस्टर और मनप्रीत के साथी लक्खा सिधाना को टिकट
संयुक्त समाज मोर्चा की ओर से शनिवार को जारी कैंडिडेट्स की लिस्ट में सबसे खास नाम लक्खा सिधाना का है। संयुक्त समाज मोर्चा ने उसे मौड़ मंडी से चुनाव मैदान में उतारा है। लक्खा सिधाना पहले भी रामपुरा फूल से मनप्रीत बादल की पीपल्स पार्टी ऑफ पंजाब (PPP) के बैनर तले चुनाव लड़ चुका है।
तीनों खेती कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर चले आंदोलन के दौरान लक्खा सिधाना की संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के साथ कभी नहीं बनी। लक्खा सिधाना स्टेज से खुलकर संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं के खिलाफ बोलता रहा। उसका नाम 26 जनवरी को लाल किले पर केसरी झंडा लहराने की घटना में भी आया।
इसके अलावा शिरोमणि अकाली दल के टकसाली कार्यकर्ता और कोटकपूरा मार्केट कमेटी के सचिव कुलबीर सिंह मत्ता भी अकाली दल से बगावत पर उतर आए हैं। संयुक्त समाज मोर्चा ने उन्हें कोटकपूरा सीट से टिकट दी है।
संयुक्त समाज मोर्चा की तरफ से शनिवार को कैंडिडेट्स की जो लिस्ट जारी की गई, उसमें ज्यादा उम्मीदवार मालवा की सीटों से हैं। इस लिस्ट में किसानों के साथ-साथ एडवोकेट, डॉक्टर और दूसरे क्षेत्रों के लोगों को भी टिकट दिए गए हैं।
बिना चुनाव चिन्ह ही उतारे उम्मीदवार
संयुक्त समाज मोर्चा को अभी तक चुनाव आयोग से मान्यता नहीं मिली है। चुनाव आयोग ने अभी मोर्चा को रजिस्टर्ड नहीं किया है। बताया जा रहा है कि चुनाव आयोग ने संयुक्त समाज मोर्चा के आवेदन में कई कमियां निकालकर मोर्चा का आवेदन वापस लौटा दिया है। अब किसान नेता इन कमियों को दुरुस्त करने में लगे हैं।
सूची में शामिल नाम
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