पंजाब के लुधियाना जिले में कोरोना भयंकर रूप लेता दिखाई दे रहा है। जिले में कोरोना से पिछले 10 दिन में 49 मौत हुई हैं और 11771 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। यह आंकड़ा काफी परेशान करने वाला है, क्योंकि कोरोना की तीसरी लहर के दौरान पहले 21 दिनों में मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हुई है और मौतों को आंकड़ा भी बढ़ रहा है। पिछले 10 दिन में मौतों की संख्या लगातार बढ़ी है।
जैसे 11 जनवरी को 1 मौत, 12 जनवरी को 2 मौतें, 13 को फिर 2, 14 जनवरी को सीधे 9 मौत, 15 को 6, 16 को 6, 17 को 2, 18 को 6, 19 को 8 और 20 को 7 मौतें हुई हैं। 10 दिन में सिर्फ चार दिन ही ऐसे हैं, जिनमें 5 से कम मौतें हुई हो। इसी तरह से ही कोरोना के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। 11 जनवरी को 745 मरीज सामने आए थे और इसके बाद आंकड़ा लगातार बढ़ता गया है। 12 जनवरी को 801, 13 को 785, 14 को 2007, 15 को 1409, 16 को 1263, 17 को 1211, 18 को 1040, 19 को 1462 और 20 को 1048 मरीज मिले।
सांस नली में हो रही इंफेक्शन
डॉक्टरों के अनुसार, तीसरी लहर में कोरोना फेफड़ों को प्रभावित नहीं कर रहा है, बल्कि इसका असर सांस नली में देखने को मिल रहा है। अब तक मरने वालों और कोरोना से पॉजिटिव मरीजों की जांच में यही बात सामने आई है। डॉक्टरों के लिए पहले यह चौंकाने वाली बात थी, मगर अब इसका उपचार भी किया जा रहा है। मरने वालों में मल्टीपल डिजीज थीं, जिस कारण उनकी मौत हुई है।
वैक्सीन लगवाने वाले काफी हद तक सेफ
अब तक की जांच में यह बात भी सामने आई है कि कोरोना से मरने वालों में बहुत कम लोग ऐसे हैं, जिन्हें कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगी थीं। ज्यादातर मृतकों ने वैक्सीनेशन नहीं करा रखा था। यही कारण है कि प्रशासन चाहता है कि ज्यादा से ज्यादा लोग कोरोना की वैक्सीन लगवा लें, ताकि कोरोना पॉजिटिव होने पर भी वह इसके प्रभाव से बचे रह सकें। सेहत माहिरों के अनुसार, कोरोना वैक्सीन लगने के बाद शरीर में कोरोना वायरस से लड़ने की ताकत बढ़ जाती है और दूसरी बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति भी कोरोना से लड़ सकता है।
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