बहन को राजनेता बनाने में जुटे अभिनेता सोनू सूद की दिल्ली CM व आप संयोजक अरविंद केजरीवाल से दोबारा मीटिंग हो सकती है। वह पिछले पांच दिन से मोगाा में ही हैं और बहन के लिए राजनीतिक जमीन तैयार कर रहे हैं। CM अरविंद केजरीवाल 20 नवंबर को मोगा आ रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों की मुलाकात हो सकती है और वह पंजाब की राजनीति के बारे में कोई फैसला ले सकते हैं।
क्योंकि अभी तक सोनू सूद ने अपने राजनीतिक पत्ते नहीं खोले हैं। आम आदमी पार्टी के मोगा से नेता नवदीप सिंह संघा के अनुसार, अरविंद केजरीवाल यहां पर अपनी तीसरी गारंटी महिलाओं के लिए घोषित करने आ रहे हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार आने पर महिलाओं को विशेष रियायतें दी जाएंगी। इसके अलावा किसी अन्य प्रोग्राम की जानकारी नहीं दी गई है।
तीसरी गारंटी के लिए मोगा ही क्यों ?
CM अरविंद केजरीवाल इससे पहले दो गारंटियां दे चुके हैं। पहली गारंटी बठिंडा और दूसरी गारंटी लुधियाना में दी गई थी। यह दोनों कार्यक्रम मालवा में रखे गए थें और अब कहा जा रहा है कि उनका तीसरा कार्यक्रम माझा या दोआबा में हो सकता है। मगर वह फिर से मोगा में ही आ रहे हैं और इसकी टाइमिंग को लेकर भी सवाल हैं। क्योंकि अरविंद केजरीवाल चाहते हैं कि सोनू सूद आम आदमी पार्टी जॉइन करें और इसका फायदा अकेली मोगा सीट पर नहीं, बल्कि पूरे पंजाब में लिया जा सकता है। यही कारण हो सकता है कि उनकी ओर से मोगा में समारोह रखा गया है।
मालवा की 60 सीटों पर होगा सोनू का प्रभाव
सोनू सूद अगर राजनीति में आते हैं तो उनका प्रभाव पंजाब के साथ-साथ मालवा की 60 सीटों पर जरूर पड़ेगा। वह बॉलीवुड के नेता हैं और कोरोना काल के दौरान लोगों की सहायता करने के बाद लोगों में उनका प्यार और बढ़ा है। इसलिए वह अकेली मोगा सीट ही नहीं, बल्कि पंजाब की मालवा की 60 सीटों पर अपना प्रभाव डाल सकते हैं। क्योंकि उनके जरिए बॉलीवुड के स्टार्स को यहां लाया जा सकता है।
बहन को मोगा से चुनाव लड़ाने की बात कह चुके सोनू सूद
सोनू सूद ने हाल ही में ऐलान किया था कि उनकी बहन मालविका सूद मोगा से चुनाव लड़ेगी। अभी हमने यह फाइनल नहीं किया है कि वह किस पार्टी से चुनाव लड़ेगी। जबकि विकल्प बहुत सारे हैं। खुद के राजनीति में आने की बात पर वह कहते हैं कि किसी पार्टी के साथ नहीं जाऊंगा। हां जहां अच्छा काम हो रहा है, वहां पर जरूर अपनी बात रखूंगा। वह पिछले पांच दिन से मोगा में सभाएं कर रहे हैं और कांग्रेसी वर्करों और नेताओं से मेज जोल बढ़ा रहे हैं।
वीडियो से हुई थी सियासत में आने की चर्चा
सोनू सूद कुछ दिन पहले ही पंजाब की सियासत की चर्चा में आए थे, जब उन्होंने एक वीडियो जारी करके कहा था कि नेताओं को मेनिफेस्टो के बारे में जनता से एग्रीमेंट करना चाहिए। फिर जीतने के बाद शपथ लेते वक्त इस्तीफा भी रखना चाहिए। अगर वह तय वक्त पर वादे पूरे नहीं करते तो उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।
केजरीवाल से कर चुके मुलाकात
सोनू सूद इससे पहले AAP संयोजक और दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल से मुलाकात कर चुके हैं। इसी वजह से कयास लगाए जा रहे थे कि वह पंजाब में आम आदमी पार्टी का CM चेहरा हो सकते हैं। इसको लेकर पंजाब की सियासत गर्मा गई थी। जबकि सोनू सूद हमेशा सक्रिय राजनीति में आने से किनारा करते रहे हैं।
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