सिविल अस्पताल से मेडिकल के लिए आने वाले कैदियों और हवालातियों के भागने का सिलसिला जारी है। पिछले 30 दिनों में सिविल अस्पताल से आरोपियों के भागने का तीसरा मामला बुधवार को हुआ, जब एक दुष्कर्म के आरोपी का मेडिकल करवाने के लिए पुलिस उसे लेकर अस्पताल पहुंची। मौका पाकर आरोपी हाथ छुड़ाकर भाग निकला, लेकिन कांस्टेबल ने काफी बहादुरी से उसका पीछा कर दबोच लिया। पुलिस ने आरोपी विकास के खिलाफ शिकायत संबंधित थाने में दी है और उसके खिलाफ पर्चा दर्ज किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक दुष्कर्म के आरोपी विकास को थाना साहनेवाल की पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जिसके बाद उसे पेशी के लिए कोर्ट में पेश करने के बाद मेडिकल करवाना था। जब कांस्टेबल उसे लेकर सिविल अस्पताल की एमरजेंसी के गेट पर खड़ा था, तो इतने में आरोपी हाथ छुड़वाकर भाग गया। क्योंकि उसके हाथों में हथकड़ी नहीं डाली हुई थी। फिर कांस्टेबल ने भी आरोपी के पीछे दौड़ लगा दी। जिसने अस्पताल की पीछे वाली दीवार के पास जाकर आरोपी को काबू कर लिया। इस दौरान कांस्टेबल के कपड़े गंदे हो गए। जिसके बाद उसका मेडिकल करवाया गया।
चौकी की पुलिस का सुस्त रवैया
कैदियों और हवालातियों द्वारा अस्पताल से भागने का पहला मामला नहीं है। अस्पताल से भागने का ये तीसरा मामला है। इससे पहले भी हवालाती भाग चुके हैं। मगर पहली बार की तरह इस बार भी सिविल अस्पताल की चौकी की पुलिस की लापरवाही देखने को मिली। हवालाती के भागने का शोर मचा, लेकिन पुलिस चौकी से कोई भी मुलाजिम बाहर तक नहीं आया। अगर साथ आया कांस्टेबल पीछे न भागता तो शायद आरोपी फरार हो जाता। एेसे रवैया तब है जब अस्पताल में पहले दो बड़े हंगामे हो चुके हैं और उसके बाद मुलाजिमों को सख्त आदेश दिए गए थे कि वो चौकसी रखेंगे। लेकिन हालात अब भी वैसे ही हैं।
करतूत : बच्ची को साइकिल पर बैठाकर ले गया था आरोपी से दुष्कर्म किया था।
12 जनवरी, 27 दिसंबर को भी भाग गए थे आरोपी
थाना हैबोवाल में दर्ज किसी मामले के आरोपी सनवीर को मेडिकल कराने के लिए 12 जनवरी को सिविल अस्पताल लाया गया था। इस दौरान आरोपी पुलिस मुलाजिमों को चकमा देकर भाग निकला। लेकिन पुलिस मुलाजिम ने उसे पकड़ लिया था। इसी तरह 27 दिसंबर को भी सिविल के बाहर से चोरी का आरोपी भाग निकला था।
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