कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान अब धान की खरीद में देरी करने के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे हैं। पंजाब में लुधियाना, जालंधर और मोगा समेत अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शन किए जा रहे हैं। दिल्ली में चल रहे संघर्ष को लीड कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने विधायकों और मंत्रियों के घरों बाहर धरना-प्रदर्शन का एलान किया है। इसके तहत लुधियाना की अनाज मंडी में किसानों ने रोष जाहिर किया। जालंधर में किसानों ने विधायक और पंजाब सरकार में शिक्षा और खेल मंत्री परगट सिंह के घर का घेराव किया। वहीं मोगा में विधायक हरजोत कमल के घर के बाहर रोष जाहिर किया जा रहा है। किसानों का कहना है कि केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से जानबूझकर किसानों को परेशान किया जा रहा है। जबकि किसान मंडियों में फसल लेकर आ चुके हैं और इसे खरीदने वाला कोई नहीं है।
शनिवार दोपहर को किसान संगठनों के सदस्य जालंधर कैंट से विधायक और पंजाब सरकार में शिक्षा और खेल मंत्री परगट सिंह के घर का घेराव करने पहुंच गए। इस दौरान वहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। जब मंत्री परगट सिंह घर पर नहीं मिले तो किसान उनका घेराव करने सर्किट हाउस पहुंच गए। वहां परगट सिंह की बैठक होनी थी। वहां पर भी किसानों ने रोष प्रदर्शन किया। इस बारे में परगट सिंह ने कहा कि धान की खरीद में देरी केंद्र सरकार कर रही है। पंजाब सरकार ने मंडियों में पूरे बंदोबस्त किए हैं और बारदाने की भी कोई कमी नहीं है।
मंडियों में फसल लेकर पहुंचे किसान, खरीदने वाला कोई नहीं
सरकार की तरफ से पहले 1 अक्टूबर से धान की खरीद शुरू की जानी थी और किसानों ने इसी को लेकर अपनी तैयारी शुरू कर दी। बहुत से किसान आज ही मंडी में फसल लेकर आ गए और इसे साफ करना भी शुरू कर दिया। मगर सरकार ने अभी इसकी खरीद शुरू नहीं की। किसानों का कहना है कि मंडियों में पंजाब सरकार ने भी उनके लिए कोई बंदोबस्त नहीं किए हैं। वह फसल ले आए हैं और अगर इसकी खरीद शुरू नहीं होती है, तो उन्हें 10 दिन तक इसकी रक्षा के लिए अनाज मंडी में बैठना पड़ेगा।
अरविंद केजरीवाल ने भी किया ट्वीट, मान ने किया रीट्वीट
फसल की लेट खरीद को लेकर अब सियासत भी शुरू हो चुकी है। अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों की तरफ से इसे केंद्र और पंजाब सरकार की नालायकी करार दिया जा रहा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट किया है। जिसमें उनकी ओर से लिखा गया कि पंजाब के किसान बहुत परेशान हैं। केंद्र सरकार ने धान की खरीद को 10 दिन तक टाल दिया। किसान लाखों क्विंटल धान अपने ट्रैक्टर में लेकर मंडियों के बाहर खड़ा है। सरकार से अपील है, धान की खरीद को कल से ही शुरू करवाएं। कांग्रेस सरकार भी अपने विवाद छोड़ किसानों की मदद करे।
मुख्यमंत्री कर चुके हैं प्रधानमंत्री से मीटिंग
कृषि कानूनों और फसल की लेट खरीद को लेकर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक की है। इस दौरान उनकी ओर से फसल की खरीद जल्द शुरू करने की मांग के साथ साथ कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की गई है। मगर इसके बावजूद आरोप लग रहे हैं कि सरकार अपने विवादो के बीच जानबूझ कर फसल खरीदने में देरी कर रही है।
हमारे प्रबंध पूरे, केंद्र ने की देरी: मंत्री आशु
फूड सप्लाई मंत्री भारत भूषण आशु का कहना है कि हमने इसके लिए सभी तरह के प्रबंध कर लिए हुए हैं। मंडियों में बारदाना पहुंचा दिया गया है, सफाई के प्रबंध हैं और किसानों के लिए पीने लायक पानी का प्रबंध किया हुआ है। किसी एक राज्य की मांग पर केंद्र सरकार ने यह फैसला लिया है मगर उन्हें इसके लिए किसानों खासकर पंजाब सरकार से राय जरूर करनी चाहिए थी।
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