पंजाब की लुधियाना जिला अदालत में ब्लास्ट करने वाला गगनदीप सिंह अमृतसर भी गया था। पुलिस द्वारा उसके मोबाइल की कॉल डिटेल से निकाले गए ट्रैवल रिकॉर्ड से यह खुलासा हुआ है। वह ब्लास्ट करने से करीब 10 दिन पहले वहां गया था। अब वह वहां किससे मिला, क्या वहां से ही विस्फोटक लेकर आया या फिर वहां पर उसे इसकी ट्रेनिंग दी गई थी, इसकी जांच में एजेसियां लगी हुई हैं। जांच एजेंसियों को कुछ इनपुट मिले हैं, जिस पर काम किया जा रहा है।
यही नहीं वह इस दौरान कुछ अन्य पूर्व पुलिस कर्मचारियों के टच में भी था और उनसे भी लगातार बातें करता था। अब उनसे भी इस संबंधी पूछताछ की जा रही है। पुलिस द्वारा रिमांड पर लिए गए रणजीत सिंह और सुखजिंदर सिंह से भी इस संबंधी पूछताछ की जा रही है कि क्या उनकी तरफ से गगनदीप सिंह को ट्रेनर से मिलवाया गया या फिर विस्फोटक दिलाने में सहायता की थी।
नाम नहीं छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि खन्ना से लुधियाना आते समय गगनदीप के साथ कोई और शख्स हो सकता है, जिसकी जांच में लिए एजेंसियां जुटी हुई हैं। क्योंकि उसकी सफेद रंग की एक्टिवा खन्ना के सिविल अस्पताल से मिली है।
घर पर अभी भी इंटेलीजेंस की निगाह
खन्ना में गगनदीप सिंह के घर पर अभी भी सुरक्षा एजेंसियों की निगाह बनी हुई है। उनके घर आने जाने वालों पर निगाह रखी जा रही है। क्योंकि पुलिस को शक है कि गगनदीप सिंह के साथ कुछ अन्य लोग भी हो सकते हैं जो आतंकवादियों के संपर्क में हों। यह भी शक है कि वह कुछ अन्य लोगों को भी उक्त लोगों से मिलवाकर गया हो।
23 दिसंबर को हुआ था धमाका
बता दें कि 23 दिसंबर को लुधियाना की जिला अदालत के वॉशरूम में धमाका हुआ था। जिसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसियां NIA, NSG और स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो कई तरह के खुलासे हुए हैं। अब तक 50 लोगों से पूछताछ हो चुकी है दर्जनों मोबाइलों की भी जांच हो रही है।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.