लुधियाना के शिमलापुरी क्वालिटी चौक के पास पड़ोसी महिला ने हेड कॉन्स्टेबल के परिवार से झगड़े के कारण उसकी ढाई साल की बेटी की अगवा कर हत्या कर दी। महिला टॉफी दिलाने का लालच देकर बच्ची को स्कूटी पर ले गई और गला घोंटकर शव मिट्टी में दबा दिया। इलाके में लगे CCTV की फुटेज से वारदात का खुलासा हुआ और पुलिस ने महिला नीलम (33) को गिरफ्तार कर शव बरामद कर लिया।
शिमलापुरी क्वालिटी चौक के पास गली नंबर साढ़े आठ निवासी हरप्रीत सिंह पंजाब पुलिस में हेड कॉन्स्टेबल हैं। एक सरपंच के साथ गनमैन अटैच हरप्रीत ने बताया कि बेटी दिलरोज दोपहर 2:30 बजे घर के बाहर खेल रही थी। वहीं मौजूद उसकी मां कुछ काम के लिए घर में गई। बाहर आकर देखा तो बच्ची गली में नहीं थी। उसने आसपास ढूंढा, नहीं मिली तो पुलिस कंट्रोल रूम पर इसकी सूचना दी। उन्होंने नीलम को भी फोन कर पूछा कि क्या बच्ची उसके साथ है, लेकिन उसने साफ इनकार कर दिया।
पुलिस ने जांच शुरू की तो आसपास के CCTV कैमरे चेक करने पर पता चला कि उनके पड़ोस से गई महिला नीलम बच्ची को काले रंग की एक्टिवा पर ले गई है। पुलिस ने उसके नंबर से नीलम को ट्रेस कर गिरफ्तार किया। पहले तो वह बच्ची को अगवा करने की बात ही कबूल नहीं कर रही थी। जब उसे स्कूटी के बारे में बताया तो उसने पूरी कहानी पुलिस को बता दी।
गला घोंटकर बेसुध बच्ची को जमीन में दबाया
नीलम ने पुलिस को बताया कि वह बच्ची को दुकान से टॉफी दिलाने का लालच देकर स्कूटी पर बैठा कर लाई। उसे जालंधर बाईपास ले गई थी और वहां उसका पहले गला दबाया और बाद में उसे झाड़ियों के बीच गड्डा खोदकर दबा दिया। थाना शिमलापुरी और सलेमटाबरी पुलिस उसे लेकर घटनास्थल पहुंची तो बच्ची को मिट्टी से बाहर निकाला। बच्ची को डीएमसी ले जाया गया, वहां पर डॉक्टरों ने उसे मृतक घोषित कर दिया।
मां का रो-रोकर बुला हाल, लोग भी सदमे में
बेटी की मौत का पता चलने के बाद दिलरोज की मां किरण बेसुध हो गई। बार-बार बेटी को पुकारती रही और फिर पास ही पेपर पर निकाली बेटी की तस्वीर को लेकर सीने से लगा लिया। इसके बाद वो बिना रोये और कुछ बोले बेटी की तस्वीर को लेकर बुलाती रही। फिर एकदम से जोर-जोर से चीखने लगी। इस दौरान मोहल्ले के लोग किरण का दिलासा देते रहे। लोगों ने बताया कि कुछ दिन पहले ही उन्होंने बेटी का एडमिशन स्कूल में करवाया था, इससे पहले वो प्ले-वे में जा रही थी।
आरोपी के भाई को लोगों ने पीटा
घटना के बाद जब आरोपी महिला नीलम का भाई आया तो मोहल्ले के लोगों ने उसे पकड़ लिया। गुस्साए लोगों ने उसे जूतों और डंडों से बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया। उसी समय पीसीआर पुलिस मौके पर पहुंच गई और युवक को बचा लिया। इस दौरान मुलाजिम के साथ भी धक्का-मुक्की हुई। ये भी मालूम चला है कि पीड़ितों ने आरोपी महिला को फोन कर बच्ची बारे पूछा था लेकिन उसने कोई जानकारी न होने बारे कहा था।
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