पंजाब के लुधियाना जिले में सोमवार को 15 अगस्त के दिन आजादी दिवस के जश्न समारोह के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का कड़ा विरोध हुआ। जहां बेरोजगारों को धक्के मारे गए, वहीं एक वकील रोते हुए लौटा। मोहल्ला क्लिनिकों के उद्घाटन के दौरान भी जमकर बवाल हुआ। लोग मुख्यमंत्री को कोसते दिखे। लोगों में इस बात को लेकर रोष था कि विधानसभा चुनाव से पहले भगवंत मान ने मुख्यमंत्री बनने के बाद भी जनता के बीच रहने का दावा किया था, लेकिन सरकार बनते ही वह खास मुख्यमंत्री बन गए और लोगों को भूल गए।
असिस्टेंट प्रोफेसरों और लाइब्रेरियन फ्रंट ने दिया धरना
लुधियाना में सोमवार को दिन निकलते ही पुलिस सड़कों पर दिखी, क्योंकि डर था कि कहीं कोई CM के काफिले में बाधा न डाल दे। इसी बीच असिस्टेंट प्रोफेसरों और लाइब्रेरियन फ्रंट के सदस्यों ने फिरोजपुर रोड पर मोर्चा खोल दिया। 200 से ज्यादा लोगों ने काले झंडे लेकर गुरु नानक स्टेडियम के लिए कूच किया, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को किसी तरह गुरु नानक भवन के पास रोक लिया।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस मुलाजिमों की झड़प हुई। धुक्का-मुक्की काफी देर चलती रही। इसके बाद पुलिस प्रदर्शनकारियों को बसों में भरकर सराभा नगर थाने ले गई। प्रदर्शन में शामिल कई महिलाओं ने आरोप लगाया कि पुलिस वालों ने धक्का-मुक्की के दौरान उनकी चुनरियां फाड़ दीं।
प्रदर्शन में शामिल महिलाओं ने कहा कि भगवंत मान महिलाओं को शिक्षित करने या सम्मान देने की बात करते हैं, लेकिन उन्हीं के राज में महिलाओं पर पुलिस अत्याचार कर रही है। आज यदि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है तो उसे लोगों ने बनाया है। अब यह सरकार आम आदमी की न रहकर खास हो गई है। मुख्यमंत्री भगवंत मान लोगों की पहुंच से दूर हो चुके हैं।
वकील रोते हुए लौटा
लुधियाना के सीनियर वकील नरिंदर आदिया चांद सिनेमा के पास मुख्यमंत्री भगवंत मान को सम्मान चिह्न देने के लिए पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें भी रोक दिया। आदिया ने कहा कि वह भगवंत मान को सम्मानित करने आए हैं, मगर पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी। इससे नाराज आदिया की आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने कहा कि भगवंत मान अब खास हो गए हैं। मोहल्ला क्लीनिक में जिन मेडिकल स्टाफ को काम करना है, पुलिस ने उस मेडिकल स्टाफ को भी मोहल्ला क्लीनिक में जाने की परमिशन नहीं थी, इससे उनमें में नाराजगी का भाव नजर आया।
मोहल्ला क्लीनिक उद्घाटन पर CM दिखे खास
पंजाब में खुद को आम लोगों का नुमाइंदा कहने वाले मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान सरकार बनने के महज 4 महीने में ही उसी आम जनता से दूर हो गए हैं। इसकी एक बानगी सोमवार को लुधियाना में नजर आई। मौका था AAP सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'मोहल्ला क्लीनिक' की शुरुआत का। CM को लुधियाना में चांद सिनेमा के पास खुले मोहल्ला क्लीनिक में पहुंचना था।
लेकिन मुख्यमंत्री के पहुंचने से पहले ही पुलिस ने वहां जुटे लोगों को खदेड़ना शुरू कर दिया। शहर के कई सीनियर सिटीजन, वकील और आम आदमी पार्टी वर्कर्स मुख्यमंत्री से मिलने की आस में पहुंचे तो पुलिस ने ह्यूमन चेन बनाकर उन्हें रोक दिया। पुलिस वाले जहां सुरक्षा व्यवस्था की दुहाई देते नजर आए, वहीं लोग मुख्यमंत्री को कोसते दिखे। पुलिस पत्रकारों के साथ भी उलझती रही।
प्रशासन ने खुद पत्रकारों को मोहल्ला क्लीनिक के उद्घाटन की कवरेज का संदेश भेजकर बुलाया। जब मीडिया आया तो पुलिस ने उन्हें कवरेज करने से रोक दिया। कई पत्रकारों की पुलिसवालों से बहसबाजी हुई। गौरतलब है कि पूरे पंजाब में AAP सरकार ने 75 मोहल्ला क्लीनिक तैयार किए हैं। इनकी शुरुआत 15 अगस्त से की गई। लुधियाना में ऐसे 9 मोहल्ला क्लीनिक खुले हैं।
बता दें कि सोमवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कड़ी सुरक्षा में ध्वजारोहण किया। वे सुबह 8.58 पर तिरंगा फहराने गुरु नानक स्टेडियम में पहुंच गए थे। DGP पंजाब गौरव यादव, पुलिस कमिश्नर कौस्तुभ शर्मा, DC सुरभि मलिक ने उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने ध्वजारोहण करके परेड में हिस्सा लिया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित किया।
अपने संबोधन में उन्होंने ‘रंगला पंजाब’ बनाने और स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करने के लिए लोगों को बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, सांप्रदायिकता और अन्य सामाजिक पक्षपात जैसी बुराइयों के खि़लाफ़ जंग शुरू करने का न्योता दिया। उन्होंने कहा कि यह सामाजिक बुराइयां राज्य की तरक्की और लोगों की खुशहाली में रुकावट हैं। इन्हें मिटाने का समय आ गया है।
आम आदमी की सरकार इस महान कार्य के लिए दड़ संकल्प है, परन्तु यह मिशन लोगों के सहयोग के बिना कतई मुकम्मल नहीं हो सकता। प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व और सम्मान का मौका है कि देश की आजादी और लोकतांत्रिक गणतंत्र को आज 75 वर्ष पूरे हुए हैं। यह एक ऐतिहासिक मौका है और हम खुशकिस्मत हैं, जो इस मौके के गवाह बने।
भगवंत मान ने कहा कि भारत की आजादी का रास्ता काफी लम्बा और चुनौतियों से भरपूर था, परन्तु इस आजादी को बरकरार रखने का रास्ता भी उतना ही मुश्किल है। ब्रिटिश अत्याचार के विरूद्ध लड़ाई में 80 प्रतिशत से अधिक योगदान पंजाबियों का था। बाबा राम सिंह, शहीद-ए-आज़म भगत सिंह, शहीद राजगुरू, शहीद सुखदेव, लाला लाजपत राय, शहीद उधम सिंह, करतार सिंह सराभा, दीवान सिंह कालेपानी और कई अन्य स्वतंत्रता सेनानियों ने मुल्क को आज़ाद करवाने के लिए अपना खून बहाया।
5 वर्ष में बनेंगे 16 मेडिकल कॉलेज, मोहल्ला क्लीनिक शुरू
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को बढ़िया स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए राज्य सरकार आज 75 आम आदमी क्लीनिक जनता को समर्पित कर रही है। यह क्लीनिक लोगों को 100 के करीब क्लीनिकल टेस्टों के साथ 41 सेहत पैकेज मुफ्त प्रदान करेंगे। यह क्लीनिक पंजाब में स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली की कायाकल्प करने में मील का पत्थर साबित होंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बहु-समर्थीय पहुंच अपनाई है, जिसका उद्देश्य सरकारी स्कूलों को ‘स्कूल ऑफ ऐमिनेंस’ में बदलना है। आने वाले 5 सालों के दौरान राज्य में 16 नए मेडिकल कॉलेज बनेंगे। हमारी सरकार द्वारा समाज के सभी वर्गों को हर बिल पर 600 यूनिट मुफ्त बिजली मुहैया करवाने के लिए एक बड़ी पहल की गई है।
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