बढ़ गई लागत:मिसिंग लिंक टू पर अगस्त में बनना शुरू होगा रेलवे ओवरब्रिज, देरी के चलते 21.84 करोड़ पहुंच गई लागत

लुधियाना2 वर्ष पहले
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एक साल में आरओबी बनने का दावा, फिरोजपुर रोड से ट्रैफिक धूरी-मलेरकोटाला रोड आसानी से पहुंचेगा - Dainik Bhaskar
एक साल में आरओबी बनने का दावा, फिरोजपुर रोड से ट्रैफिक धूरी-मलेरकोटाला रोड आसानी से पहुंचेगा
  • रेलवे ने आरओबी के लिए ओपन की टेक्निकल बिड
  • एक साल में आरओबी बनने का दावा, फिरोजपुर रोड से ट्रैफिक धूरी-मलेरकोटाला रोड आसानी से पहुंचेगा

फिरोजपुर रोड से धूरी-मलेरकोटला साइड जाने और आने वाले ट्रैफिक काे अगले साल नहर से होकर नहीं आना पड़ेगा। जबकि मिसिंग लिंक-2 का इस्तेमाल करते हुए बी-7 चौक से लोधी क्लब रोड होते हुए सीधे फिरोजपुर रोड पर आ पाएंगे। क्याेंकि, रेलवे और राज्य सरकार के बीच चल रहा फंडिंग विवाद खत्म होने के बाद रेलवे की तरफ से रेलवे ओवर ब्रिज बनाने के लिए लगाए टेंडर की टेक्निकल बिड ओपन कर दी गई है। रेलवे अधिकारी का कहना है कि अगस्त में पुल बनाने का काम शुरू हो जाएगा।

हालांकि टेक्निकल बिड को ओपन होने के बाद करीब डेढ़ महीने तक का समय काम शुरू करने में लग जाते हैं। उधर, गलाडा अफसर मोहित जिंदल ने बताया कि रेलवे की तरफ से काम शुरू करने के साथ ही गलाडा द्वारा भी अप्रोच रोड को बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। बता दें कि रेलवे को राज्य सरकार ने विश्वास पत्र जारी किया है और इसी पत्र के आधार पर रेलवे ने 21.84 करोड़ का टेंडर लगाया था, जिसकी टेक्निकल बिड ओपन हो चुकी है।

एक साल में आरओबी बनने का दावा, फिरोजपुर रोड से ट्रैफिक धूरी-मलेरकोटाला रोड आसानी से पहुंचेगा

रेलवे की तरफ से सफल काॅन्ट्रेक्टर को काम अलाॅट किया जाएगा। जबकि रेलवे का दावा है कि इसी साल के अंत तक आरओबी तैयार होगा। बता दें कि रेलवे बोर्ड की ओर से आरओबी न बनाए जाने से ये मिसिंग-2 प्रोजेक्ट अधूरा चल रहा है। इस अधूरे प्रोजेक्ट के पीछे कारण ये है कि रेलवे और राज्य सरकार में पेंडिंग फंड का विवाद चल रहा था। जब गलाडा ने आरओबी के लिए फंड जारी किया तो रेलवे ने राज्य सरकार पर बकाया फंड में ही आरओबी की पेमेंट एडजस्ट कर ली थी।

गलाडा ने रेलवे को आरओबी के लिए जारी किए थे 21.84 करोड़

मिसिंग लिंक-2 पर आरओबी बनने पर ट्रैफिक को फिरोजपुर रोड से सदर्न बाईपास नहर की बजाए सीधे लोधी क्लब रोड, धांधरा होते हुए धूरी-मलेरकोटला रोड पर आने जाने में आसानी होगी। मिसिंग लिंक-1 कंप्लीट है, जबकि मिसिंग लिंक-2 के लिए गलाडा ने धांधरा से धूरी लाइन तक 1.7 किमी और धूरी लाइन से मलेरकोटला रोड तक करीब 800 मीटर की सड़क का निर्माण तो पूरा कर दिया है, रेलवे को आरओबी के लिए गलाडा ने 21.84 करोड़ रुपए जारी किए थे।

2008 में प्रपोज किया था प्रोजेक्ट

2008 में सुखबीर बादल ने फिरोजपुर रोड से सीधे मलेरकोटला रोड पर ट्रैफिक के लिए मिसिंग लिंक-1, 2 और 3 का प्रोजेक्ट प्रपोज किया। इसमें सिर्फ आरओबी बनना बाकी है। जबकि इस सड़क को सदर्न बाईपास से जोड़ने को मलेरकोटला रोड से लोहारा तक मिसिंग लिंक-3 का निर्माण अभी शुरू होना बाकी है।

प्रोजेक्ट की लागत 5.33 करोड़ तक बढ़ी

पहले आरओबी की लागत 16.52 करोड़ थी। लेकिन, देरी के चलते 21.84 करोड़ पहुंच गई। टेंडर लगने के बाद गलाडा ने ये पैसा रेलवे को ट्रांसफर भी कर दिया, लेकिन, रेलवे ने ये रकम राज्य सरकार पर बैलेंस में एडजस्ट कर दी। गलाडा ने रेलवे को लीगल नोटिस जारी किए थे।

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