पंजाब में बढ़ रहे सिंथेटिक नशे को रोकने के लिए पंजाब पुलिस के पूर्व अधिकारी ने नायाब तरीका सुझाया है। रिटायर्ड IPS अधिकारी इकबाल सिंह गिल और समाज सेवी इंद्रजीत धींगड़ा ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को पत्र लिखकर सलाह दी है कि पंजाब सरकार नशेड़ियों को OST, OOAT सेंटर पर दवा देती है, क्यों न यहां पर नशेड़ियों को भुक्की और अफीम सीमित डोज में दी जाए।
क्योंकि जो दवा इन सेंटरों पर मुहैया करवाई जा रही है। वह नशा छुड़वाने में सहायता नहीं करती, बल्कि इसकी पूर्ति करती है तो फिर क्यों न दवा की जगह भुक्की और अफीम उन्हें दी जाए। इससे सरकार द्वारा खर्च किए जा रहे करोड़ों रुपए का फायदा होगा और सिंथेटिक से मर रहे नौजवानों को भी बचाया जा सकेगा। यह सुझाव तब सरकार को दिया जा रहा है, जब नशा तस्करी के मुद्दे पर विपक्ष के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष भी आवाज उठा रहे हैं।
अगली कैबिनेट में फैसला लेकर दें मंजूरी
रिटायर्ड IPS अधिकारी गिल ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि अगली कैबिनेट में इसके लिए प्रस्ताव लाकर इसे पास करना चाहिए, क्योंकि सरकार द्वारा दी जा रही दवा का कोई खास फायदा तो नहीं हो रहा, बल्कि इससे करोड़ों रुपए का आर्थिक बोझ जरूर पड़ रहा है। प्रस्ताव पास करके सरकार का आर्थिक बोझ कम होगा और इससे क्राइम पर भी नकेल कसी जाएगी और दूसरे राज्यों से हो रही तस्करी पर भी अंकुश लगेगा।
एक दिन में करते हैं 9 ग्राम नशा
शहर में HIV सेंटरों से सिरिंज लेकर जाने वाले 95 फीसदी नशेड़ी ऐसे हैं, जो दिन में तीन बार नशे की डोज लेते हैं। जबकि कुछ ऐसे भी हैं, जो इससे ज्यादा डोज भी लेते हैं। एक बार में वे तीन ग्राम चिट्टे का सेवन करते हैं, जो दिन का 9 ग्राम बनता है। अगर सिर्फ इन रजिस्टर्ड नशेड़ियों की बात करें तो हर महीने 40 किलो से ज्यादा चिट्टे का सेवन पंजाब में सिर्फ यही कर रहे हैं। मतलब हर रोज सवा किलो के करीब हेरोइन बिक रही है।
लुधियाना में 43 जगह और पंजाब में 100 का आकंड़ा पार करने वाली नशा तस्करों की लोकेशन पर पुलिस कोई रेड नहीं करती। जबकि सोसायटी की तरफ से इन्हें हाॅटस्पाॅट बनाया गया है। लुधियाना में इन इलाकों में सलेम टाबरी, पीरूबंदा, दानामंडी, टिब्बा रोड, जालंधर बाइपास, भट्यिां, गिलगांव, धांधरा रोड, घोड़ा कालोनी, मुंडियां समेत अन्य इलाके शामिल हैं। लोकल पुलिस हो या एसटीएफ, बड़े तस्करों को पकड़ने में लगे हैं, लेकिन छोटे स्तर पर रोज पंजाब मेंे करोड़ों की हेरोइन की सप्लाई हो रही है।
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