पंजाब के लुधियाना जिले में पुलिस पार्टी पर लगातार हमले होने की घटनाएं सामने आ रही हैं। पिछले एक महीने में 5 मामले हो चुके हैं। ताजा मामले में ढंडारी में पुलिस पर हमला हुआ है। यहां बुधवार देर रात को गश्त कर रही पुलिस पार्टी पर करीब 6 युवकों ने हमला कर दिया। हवलदार हविंदर सिंह तथा होम गार्ड सुरजीत सिंह गश्त पर थे। जब वे लोग ग्यासपुरा इलाके में पहुंचे तो वहां आरोपी युवक शराब के नशे में आपस में झगड़ा कर रहे थे। उन्होंने बीच बचाव करते हुए युवकों को एक दूसरे से छुड़ाने का प्रयास किया। लेकिन इस दौरान आरोपियों ने उन पर हमला कर दिया और मारपीट की। वर्दी तक फाड़ दी। ऐसा करके उन लोगों ने सरकारी ड्यूटी में बाधा उत्पन्न की। पुलिस ने गुुरुवार को कार्रवाई करते हुए थाना साहनेवाल में आपराधिक मामला दर्ज किया और आरोपियों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है।
नौनिहाल सिंह के ज्वॉइन करने के बाद दो हमले
21 अगस्त को लुधियाना के नए पुलिस कमिश्नर नौनिहाल सिंह ज्वॉइन कर चुके हैं। तभी से वे लगातार अधिकारियों से बैठकें कर रहे हैं। लॉ एंड ऑर्डर को दुरुस्त करने के लिए मॉकड्रिल और चेकिंग अभियान चला रहे हैं। मकसद है कि क्रिमिनल सोच वाले लोगों पर पुलिस का दबदबा बना रहे। मगर ऐसा होता दिख नहीं रहा है। शहर में वारदातें तो लगातार हो ही रही हैं, पुलिस पर भी हमले हो रहे हैं। नौनिहाल सिंह के ज्वॉइन करने के बाद दो बार पुलिस पर हमला हो चुका है। दोनों मामलों में वर्दी तक फाड़ दी गई। पुलिस ने आपराधिक मामले तो दर्ज किए हैं, मगर कार्रवाई नहीं दिख रही है। यह पहली बार नहीं है। इससे पहले भी पुलिस मुलाजिमों पर हमले हो चुके हैं। एक मामले में तो कांग्रेसी पार्षद का पति भी शामिल है। पुलिस पर इस तरह के हमले इसी माह से बढ़े हैं। शुरुआत दुगरी फेस 1 से हुई थी।
एक माह में 5वां हमला
3 अगस्त को पुलिस के जवान दुगरी फेसस 1 में शराब पी रहे युवकों को रोकने लगे तो युवकों ने उनसे मारपीट ही नहीं की, बल्कि उनकी गाड़ी भी तोड़ दी। फाउंटेन चौक पर एक युवक ने मोटरसाइकिल रोकने पर पुलिस वाले पर हमला कर दिया। जमालपुर में कांग्रेस पार्षद के पति ने पुलिस मुलाजिम को थप्पड़ मार दिया। ऊंची मंगली में परिवार का मामला सुलझाने गई पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया गया और अब गश्त कर रहे पुलिस मुलाजिमों पर हमला किया गया है। इससे साफ है कि लोगों में पुलिस का खौफ खत्म हो रहा है। लोग पुलिस वालों पर इस तरह हमले कर रहे हैं, जैसे वह चिंदी चोरों को पीट रहे हों। पुलिस ने 5 मामले तो दर्ज किए हैं, मगर लोगों में अपना खौफ नहीं बना पाई है।
कोरोना काल में बेहतर काम का मिल रहा इनाम
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि कोरोना काल के दौरान पुलिस मुलाजिमों ने सबसे आगे होकर काम किया है। इस काम में कई जवान भी शहीद हुए। मगर लोग यह भूल गए हैं कि पुलिस उनकी सुरक्षा के लिए बनी है। अगर वह पुलिस पर ही हमले करने लगेंगे तो इसके नतीजे यह होंगे कि अपराधिक प्रवृत्ति के लोग और उत्साहित होंगे। इसलिए आम लोगों को पुलिस का साथ देना चाहिए। हां हो सकता है कि कुछ पुलिस मुलाजिम ठीक न हों, मगर पुलिस पर हमले सरासर गलत बात हैं।
हमने मामले दर्ज किए, सख्त कार्रवाई भी होगी
हाल ही के दिनों में पुलिस वालों पर हमले हुए हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि पुलिस अपना काम करना छोड़ देगी। अगर पुलिस काम छोड़ देगी तो जंगल राज हो जाएगा। इसलिए पुलिस का फील्ड में होना जरूरी है। पुलिस पर हमला करने वालों से सख्ती से निपटा जा रहा है। मामले दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेजा जा रहा है। हम कानून के दायरे में रहकर अपना काम कर रहे हैं और लोगों को पुलिस का साथ देना चाहिए।
- दीपक पारेख, ज्वॉइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस।
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