लोक इंसाफ पार्टी (लिप) प्रधान और हलका आत्मनगर से विधायक सिमरजीत सिंह बैंस आज अदालत में पेश नहीं हुए हैं। जिसके बाद पीड़िता के वकील की तरफ से मांग के बाद अदालत ने विधायक के गैर जमानती वारंट जारी कर दिए हैं। जानकारी देते हुए पीड़िता के वकील हरीश राय ढांडा ने कहा कि जज हरसिमरनजीत कौर की अदालत में इस मामले की तारीख थी।
उनके खिलाफ दर्ज दुष्कर्म के मामले में चालान पेश होने के बाद आज उन्हें अदालती सुनवाई को जॉइन करना था। पुलिस द्वारा सभी आरोपियों के खिलाफ इसी माह चालान पेश किया गया था। अदालत ने विधायक सिमरजीत सिंह बैंस समेत दूसरे आरोपियों को 18 नवंबर को अदालत में पेश होने के लिए सम्मन जारी किए थे।
पीड़िता के वकील हरीष राय ढांडा मांग कर रहे हैं कि सिमरजीत सिंह बैंस की गिरफ्तारी होनी चाहिए। क्योंकि उनके द्वारा गवाहों को डराया धमकाया जा रहा है। मुख्य गवाह को भी परेशान किया जा रहा है। मगर पुलिस यह कहकर उसे गिरफ्तार नहीं कर रही है कि वह लोगों द्वारा चुना गया नुमाइंदा है, इसलिए भाग नहीं सकता है।
पीड़िता और उसके वकील ने आरोप लगाए हैं कि पुलिस पहले इस केस को खारिज कर देना चाहती थी, मगर हाईकोर्ट के आदेश के बाद यह चालान पेश किया गया है। 44 वर्षीय महिला ने विधायक पर दुष्कर्म के आरोप लगाए थे, मगर अब तक इस मामले में किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
7 जुलाई 2021 को दर्ज हुआ था केस
एडिशनल चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट हरसिमरन जीत सिंह की अदालत ने 7 जुलाई 2021 को थाना डिविजन नंबर 6 की पुलिस को मामले में एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए थे। विधायक बैंस ने इन आदेशों को पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। अदालत ने याचिका को रद्द कर दिया था और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई थी। पिछले साल 16 नवंबर 2020 को महिला ने विधायक सिमरजीत सिंह बैंस, कमलजीत सिंह, बलजिंदर कौर, जसबीर कौर उर्फ भाभी, सुखचैन सिंह, परमजीत सिंह उर्फ पम्मा, गोगी शर्मा के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए पुलिस कमिश्नर को शिकायत दी थी।
पुलिस कमिश्नर कार्यालय के बाहर धरने पर बैठी महिला
विधायक सिमरजीत सिंह बैंस पर आरोप लगाने वाली महिला पिछले 8 माह से पुलिस कमिश्नर कार्यालय के बाहर पहले विधायक के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करवाने और अब उसकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठी हुई है। उसने साल पहले शिकायत की थी, मगर जब पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की तो उसकी ओर से अदालत का दरवाजा खटखटाया गया था।
जानें कौन हैं विधायक बैंस
कभी सिमरनजीत सिंह मान के साथ राजनीतिक करियर शुरू करने वाले सिमरजीत सिंह बैंस, सुखबीर सिंह बादल की अगुवाई में अकाली दल जॉइन कर गए थे। इस दौरान उनके ऊपर कई आरोप लगे। उनके खिलाफ तहसीलदार को कार्यालय में घुसकर मारपीट करने का भी मामला दर्ज है। अकाली दल द्वारा चुनाव टिकट नहीं दिए जाने से नाराज होकर पार्टी छोड़ी। बाद में सिरमजीत सिंह बैंस और उनके भाई बलविंदर सिंह बैंस आजाद चुनाव लडे और जीते भी। अब उनकी ओर से लोक इंसाफ पार्टी बनाई गई है और वह इसी से चुनाव लड़ते हैं। पिछले चुनाव आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर लड़ा था और इस बार अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान वह कर चुके हैं।
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