हादसे में घायल हुए युवकों को इलाज के लिए वित्तीय सहायता देने की मांग को लेकर भाकियू फतह के कार्यकर्ताओं ने अकाली नेता की कंपनी की बसों का घेराव किया। इसके विरोध में बाद कंपनी के बस चालकों ने शहर में जगह-जगह सड़कों पर बसें खड़ी कर रास्ते जाम कर दिए।
मामला बिगड़ता देख फरीदकोट से आए पुलिस उच्चाधिकारियों ने क्रेन मंगवाकर बसों को हटवाया। बाद में बस कंपनी के मालिक द्वारा घायल युवक को साढ़े तीन लाख सहायता के तौर पर दिए जाने के बाद मामला शांत हुआ।
जानकारी के अनुसार गत दिनों कोटकपूरा से मोटरसाइकिल पर गांव रोमाना अलबेल सिंह जाते दो युवकों की मोटरसाइकिल को दीप कंपनी की बस ने टक्कर मार दी थी। इस घटना में मोटरसाइकिल सवार हरविंदर सिंह और परविंदर सिंह घायल हो गए थे।
हरविंदर सिंह की हालत ज्यादा खराब होने के कारण उसका इलाज बठिंडा के कोस्मो अस्पताल में चल रहा है। इस संबंधी जैतो पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई की थी। गंभीर रूप से घायल हुए हरविंदर सिंह को इलाज के लिए बस कंपनी के मालिकों से सहायता दिलाने की मांग को लेकर मंगलवार सुबह करीब 11 बजे भारतीय किसान यूनियन फतह के कार्यकर्ताओं ने संगठन के प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य अमनदीप सिंह नानकसर के नेतृत्व में कोटकपूरा के मेन चौक और तीनकोनी पर दीप बस सर्विस की बसों का घेराव कर उन्हें चलने नहीं दिया।
इस बात से खफा दीप कंपनी के बस चालकों ने करीब 12.30 बजे कोटकपूरा के मेन चौक और तीनकोनी पर सड़क पर बसें तिरछी कर लगा दी और खुद बसें बंद कर कहीं चले गए। अचानक शहर के मुख्य मार्गों पर बसें लगने से चौक और तीनकोनी पर रास्ता बंद हो गया। यहां तक कि मरीजों को लेकर जा रही एंबुलेंस तक को वहां से निकलने का रास्ता तक नहीं मिला।
एसपी ने खुद सड़कों पर उतर जाम खुलवाया, लोगों को मिली राहत
पहले किसानों और बस कंपनी के ड्राइवरों द्वारा मुख्य मार्गों पर बसें लगा जाम करने के अचानक हुए घटनाक्रम ने पुलिस व प्रशासन को सकते में डाल दिया। फरीदकोट के पुलिस दल बल के साथ आए एसपी बीके सिंगला ने क्रेन मंगवाई व अपनी निगरानी में बसों को उठवाकर सड़क से एक तरफ कराया।
शाम करीब तीन बजे कोटकपूरा आए न्यू दीप बस कंपनी के संचालक व अकाली नेता हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों ने थाना सिटी में किसान यूनियन के सदस्यों से बात कर हादसे में घायल हरविंदर सिंह को इलाज के लिए साढ़े तीन लाख की सहायता राशि देने की सहमति दी। इस सहमति पर मामला शांत हुआ और बस चालकों ने बसें हटाई।
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