पंजाब में मोगा के ढूढीके गांव के श्मशान-घाट की गैस भट्ठी में सोमवार शाम को एक शख्स के संस्कार के दौरान ब्लास्ट हो गया। इसमें 30 से ज्यादा लोग बुरी तरह झुलस गए। इनमें से 4 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। संस्कार के दौरान श्मशान-घाट में 300 से ज्यादा लोग मौजूद थे। झुलसने वाले लोगों में ज्यादातर बुजुर्ग हैं।
गैस भट्ठी में धमाके के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में झुलसे हुए लोगों को ग्रामीणों ने अपनी गाड़ियों में मोगा के अलावा जगराओं और लुधियाना के अलग-अलग अस्पतालों में पहुंचाया। मोगा सिविल अस्पताल में चार लोग भर्ती हैं।
ढूढीके गांव का हरनेक सिंह मध्यप्रदेश (MP) की एक वर्कशॉप में काम करता था। बीमारी की वजह से दो महीने पहले वह इलाज कराने के लिए वहां से अपने पैतृक आ गया। तबियत ज्यादा बिगड़ जाने पर परिवार ने 7 दिन पहले हरनेक सिंह को लुधियाना के दयानंद मेडिकल कॉलेज (DMC) अस्पताल में दाखिल करवाया। रविवार रात को हरनेक सिंह ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
सोमवार सुबह पोस्टमार्टम वगैरह के बाद हरनेक सिंह की बॉडी अंतिम संस्कार के लिए ढूढीके गांव लाई गई। यहां दोपहर बाद रिश्तेदारों और ग्रामीणों की मौजूदगी में उसकी शवयात्रा घर से गांव के श्मशान-घाट लाई गई।
परिवार ने प्रदूषण रोकने के मकसद से हरनेक सिंह का संस्कार पारंपरिक तरीके की बजाय गैस भट्ठी में कराने का फैसला किया। ग्रामीणों ने जैसे ही श्मशान घाट के कोने में कमरे में लगी गैस भट्ठी में हरनेक सिंह शव रखकर भट्ठी को ऑन किया, उसमें जोरदार ब्लास्ट हो गया।
गैस भट्ठी वाले कमरे के बाहर खड़े दर्जनों लोग आग की चपेट में आने से झुलस गए जिनमें हरनेक सिंह के दोनों बेटे दीपू और ऋषि भी शामिल थे।
गैस पहले ऑन करने की वजह से हुआ धमाका
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शव को भट्ठी के अंदर रखने से पहले ही गैस ऑन कर दी गई थी। शव को भट्ठी के अंदर रखकर जैसे ही आग जलाई गई, धमाका हो गया। घटना के बाद वहां अफरा-तफरी सी मच गई। झुलसे हुए लोगों को ग्रामीणों ने अपनी गाड़ियों में डालकर अस्पताल पहुंचाया।
हरनेक सिंह के दोनों बेटों दीपू और ऋषि को जगराओं के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। बलदेव सिंह, बलवंत सिंह, अंकित और करनैल सिंह को मोगा सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। मामूली रूप से झुलसे मेजर सिंह, जिंदर सिंह, जुगराज सिंह, गुरमेल सिंह, हाकम सिंह, चरण सिंह, भाग सिंह, हरप्रीत सिंह का इलाज ढूढीके गांव के ही प्राइमरी अस्पताल में किया गया।
गंभीर रूप से झुलसे एक शख्स को लुधियाना के DMC अस्पताल पहुंचाया गया। कुछ लोगों को लुधियाना के मेडिसिटी अस्पताल में भी भर्ती कराया गया है।
चेहरा, टांगें, हाथ बाजू और पैर झुलसे
झुलसे हुए लोगों में ज्यादातर बुजुर्ग हैं। कईयों के चेहरे तो कुछ की टांगें, हाथ बाजू और पैर झुलस गए। इनमें एक बुजुर्ग ऐसा है जिसका चेहरा से लेकर टांगें, हाथ बाजू और पैर बुरी तरह से झुलसे हैं। बुजुर्ग का पूरा शरीर कांप रहा है। डॉक्टर इलाज करने में जुटे हैं।
खुले में किया गया संस्कार
ढूढीके गांव के श्मशान घाट में ब्लास्ट के कारण 30 से ज्यादा लोगों के झुलस जाने के बाद हरनेक सिंह का संस्कार बीच में ही रोक दिया गया। ब्लास्ट में झुलसे लोगों को आनन-फानन में इलाके के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया। इसके बाद श्मशान-घाट में हरनेक सिंह का संस्कार खुले में ही कर दिया गया।
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