पंजाब के अकाली दिग्गज और पूर्व मंत्री बिक्रम मजीठिया साढ़े 5 महीने बाद पटियाला जेल से बाहर आ गए। शिरोमणि अकाली दल में 'माझा के जरनैल' कहे जाने वाले मजीठिया का उनके समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया। मजीठिया को बुधवार सुबह ही पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से जमानत मिली। उनके खिलाफ पिछली कांग्रेस सरकार ने ड्रग्स का केस दर्ज किया था।
जेल से बाहर निकलते ही बिना नाम लिए उन्होंने पूर्व सीएम चरणजीत चन्नी और नवजोत सिद्धू पर निशाना साधा। मजीठिया ने चन्नी का नाम लिए बगैर कहा कि जिसने जुर्म किया, वह आजकल नजर नहीं आता। अमेरिका से वापस क्यों नहीं आ रहा?। दूसरा जेल में मेरे पड़ोस में ही था लेकिन कभी उसकी आवाज सुनाई नहीं दी। इसके बाद मजीठिया ने सीएम भगवंत मान को शादी के लिए बधाई भी दी।
बिक्रम मजीठिया ने यह भी कहा कि सियासत में ऐसा भी नहीं करना चाहिए कि निजी दुश्मनी शुरू हो जाए। उन्होंने नवजोत सिंह सिद्धू पर तंज कसा कि वह जेल में दीवारों पर टक्कर मार रहे हैं।
कांग्रेस ने साजिश रची, कोर्ट से जवाब मिला
बिक्रम मजीठिया ने कहा कि मालिक की अपार बख्शीश हुई है। मेरे खिलाफ जो साजिश हुई, उसका जवाब कोर्ट और लोगों ने दे दिया है। मजीठिया ने कहा कि यह तो बहुत छोटा अत्याचार है। जुर्म से कैसे टकराना है, यह गुरू साहिब हमें सिखा गए हैं। मजीठिया ने केंद्र सरकार से बंदी सिखों की रिहाई की मांग की। उन्होंने कहा कि संविधान से ऊपर कोई नहीं है। जिन्होंने 25 साल या डबल सजा पूरी कर ली, उन्हें भी सरकार 75वें आजादी दिवस पर रिहा करे। मजीठिया ने कहा कि मेरे खिलाफ कांग्रेस ने साजिश रची। मुझे चुनाव न लड़ने देने की पूरी प्लानिंग थी।
मजीठिया की जमानत पर लगाई शर्तें
अकाली दल में घमासान के बीच बाहर आए मजीठिया
मजीठिया ऐसे वक्त में जेल से बाहर आए हैं, जब अकाली दल में घमासान मचा हुआ है। अकाली लीडरशिप और खासकर बादल परिवार के खिलाफ बगावती माहौल तैयार हो रहा है। मजीठिया के खिलाफ पिछली कांग्रेस सरकार ने ड्रग्स केस दर्ज किया था।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.