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पंजाब कांग्रेस में मचा घमासान:​कांग्रेसी बोले- ​​​​​​चन्नी को CM चेहरा बनाने की गलती से हारे; कैप्टन मुख्यमंत्री रहते तो यह हाल न होता

चंडीगढ़एक वर्ष पहले
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सीएम चरणजीत चन्नी। - Dainik Bhaskar
सीएम चरणजीत चन्नी।

पंजाब चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस में घमासान मच गया है। कांग्रेस नेताओं ने चरणजीत चन्नी को CM चेहरा बनाने को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए। बस्सी पठानां से कांग्रेस उम्मीदवार गुरप्रीत जीपी ने तो इसे खतरनाक गलती करार दे दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को बिना सीएम चेहरे के ही चुनाव लड़ना चाहिए था। इसके बजाय अगर कैप्टन अमरिंदर सिंह ही कांग्रेस में रहते तो ऐसी हालत नहीं होती। कांग्रेस का चेहरा ईमानदार होना चाहिए था।

बस्सी पठानां से कांग्रेस कैंडिडेट गुरप्रीत जीपी
बस्सी पठानां से कांग्रेस कैंडिडेट गुरप्रीत जीपी

चन्नी ऐलानजीत, रिश्तेदार के घर से करोड़ों मिले : जीपी
गुरप्रीत जीपी ने कहा कि चन्नी ने कोई काम नहीं बल्कि सिर्फ ऐलान ही किए। हद तो यह है कि उनके रिश्तेदार के घर से 10 करोड़ रुपए मिले। इसके कुछ दिन बाद सीएम चन्नी को चेहरा घोषित कर दिया गया। इससे गलत संदेश गया। चन्नी बेदाग नहीं हैं। उनकी आम आदमी की छवि नहीं थी। इसलिए चुनाव के बाद कोई फैसला लिया जाना चाहिए। जीपी के खिलाफ ही चरणजीत चन्नी के भाई मनोहर सिंह ने निर्दलीय चुनाव लड़ा। वहां से जीपी को आम आदमी पार्टी के रूपिंदर सिंह ने 37841 के बड़े अंतर से हरा दिया।

सीएम चन्नी और बस्सी पठानां से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले भाई मनोहर सिंह
सीएम चन्नी और बस्सी पठानां से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले भाई मनोहर सिंह

MP बिट्‌टू बोले- अब चन्नी बकरी का दूध ही निकालें
पंजाब चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद लुधियाना से सांसद रवनीत बिट्‌टू भी काफी नाराज दिखे। उन्होंने यहां तक कह दिया कि चरणजीत चन्नी अब बकरी का ही दूध निकालने का काम करें। ऐसा इसलिए क्योंकि मतगणना से एक दिन पहले चन्नी बकरी का दूध निकालते नजर आए थे। बिट्‌टू की संसदीय सीट में भी कांग्रेस बुरी तरह पिट गई। उनके करीबी मंत्री भारत भूषण आशु तक चुनाव हार गए।

बाजवा बोले- अनुभव और सीनियोरिटी को नजरअंदाज न करें
आप की सूनामी के बावजूद कादियां से चुनाव जीते प्रताप बाजवा ने कहा कि वह फिर कांग्रेस हाईकमान को कहना चाहते हैं कि अनुभव, वफादारी और सीनियोरिटी को नजरअंदाज न करें। जब भी कोई फैसला करें तो इसे भी ध्यान में रखें। बाजवा की यह बात इसलिए अहम है क्योंकि कांग्रेस ने दलित कार्ड के चक्कर में चन्नी को सीएम बना दिया। वहीं भाजपा से कुछ समय पहले आए सिद्धू को राज्य में कांग्रेस संगठन सौंप दिया।

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