पंजाब में AAP सरकार के रेवेन्यू मंत्री ब्रह्मशंकर जिंपा विवादों में घिर गए हैं। रेवेन्यू अफसरों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने CM भगवंत मान को शिकायत भेजी है। जिसमें मंत्री के व्यवहार जैसी घटनाओं पर रोक लगाने को कहा गया है। ऐसा न करने पर बहिष्कार तक की चेतावनी दी गई है। इस मुद्दे पर अब मंत्री ने कहा कि वह लिखित शिकायत मिलने पर वहां चैक करने गए थे। अगर वह चाहते तो तहसीलदार को मौके पर ही सस्पेंड कर सकते थे। मैं डिप्टी कमिश्नर की रिपोर्ट का इंतजार कर रहा हूं। इस मामले में कार्रवाई होगी।
यह है मामला
रेवेन्यू मंत्री ब्रह्मशंकर जिंपा कुछ दिन पहले मोगा में तहसील, फर्द केंद्र और सेवा केंद्र की चेकिंग के लिए गए थे। इस दौरान एक शिकायत के मामले में उन्होंने सब रजिस्ट्रार (तहसीलदार) से सवाल जवाब किए। अफसरों का आरोप है कि उस वक्त शिकायत करने वाला और मीडिया वहां मौजूद थी। इस मामले की जांच भी ADC के पास चल रही है। ऐसे में इस तरह से सार्वजनिक तौर पर सवाल पूछना गैरकानूनी और निंदनीय है। जांच का नतीजा आने से पहले ऐसी घटना अफसरों के साथ सौतेला व्यवहार है।
यह थी शिकायत
मंत्री के पास मोगा में जमीन की रजिस्ट्री में फ्रॉड की शिकायत पहुंची थी। इसमें कॉमर्शियल जमीन की रेजिडेंशियल बताकर रजिस्ट्री कर दी गई। जिसमें स्टांप ड्यूटी की चोरी की गई। मंत्री जिंपा ने इस मामले में DC से रिपोर्ट मांगी थी। जिसकी जांच ADC से करवाई जा रही है।
जांच को एकतरफा करने का दबाव बनाने की हरकत
रेवेन्यू अफसरों ने मंत्री पर यहां तक आरोप लगाया कि उनकी यह हरकत जांच को एकतरफा करने का दबाव बनाने की है। जिसमें तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। अफसोस की बात यह है कि यह खुद मंत्री ने किया है। उन्होंने DC को मांग पत्र सौंपकर कहा कि इसके बारे में सीएम को सूचित किया जाए।
रेवेन्यू अफसरों की तरफ से CM को भेजी मंत्री की शिकायत...
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