सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड को अंजाम देने के लिए लॉरेंस गैंग कोड वर्ड में बात कर रहा था। मूसेवाला की हत्या के बाद गोल्डी बराड़ ने कनाडा से तिहाड़ जेल में बंद लॉरेंस को कॉल किया। गोल्डी ने कोड वर्ड में कहा कि 'ज्ञानी का काम हो गया'। इसका मतलब यह था कि मूसेवाला की हत्या कर दी गई है।
इसी बीच यह भी खुलासा हुआ है कि मूसेवाला की हत्या के लिए हथियार पाकिस्तान से ही आए थे। इन्हें ड्रोन के जरिए टुकड़ों में भेजा गया था। जिसके बाद असेंबल कर बैग में पैक कर शार्प शूटर प्रियवर्त फौजी तक पहुंचाया गया। हालांकि पुलिस ने अभी इस पर चुप्पी साध रखी है। पुलिस को संदिग्ध फॉर्च्यूनर का पता चला है। जिसके जरिए हथियार सप्लाई किए गए थे।
जेलों में रची गई हत्या की साजिश
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की साजिश लॉरेंस ने तिहाड़ जेल में बैठकर रची। इसके बाद उसने बठिंडा और दूसरी जेलों में बैठे गैंगस्टर्स से संपर्क किया। इसमें मनप्रीत मन्नू, सराज मिंटू शामिल हैं। शार्प शूटर्स को मदद उपलब्ध करवाने का काम जेल में बैठकर ही गैंगस्टर्स ने अपने गुर्गों के जरिए किया। पंजाब की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स के ADGP प्रमोद बान ने भी इसकी पुष्टि की कि लॉरेंस तिहाड़ जेल में मोबाइल यूज कर रहा था। उन्होंने यह भी कहा कि लॉरेंस ने कपूरथला जेल में किसी गैंगस्टर से बात की थी। वह गोल्डी बराड़ के टच में था।
फॉर्च्यूनर का नंबर फर्जी निकला, 4 लोग थे, CCTV मिली
पुलिस ने हथियार सप्लाई के मामले में जिस फॉर्च्यूनर को संदिग्ध माना है। उस पर जाली नंबर लगा हुआ था। फॉर्च्यूनर में 4 लोग सवार थे। पुलिस ने बठिंडा से CCTV निकलवाई है। जिसमें एक पेट्रोल पंप पर यह फॉर्च्यूनर तेल डलवाते नजर आई। तेल डलवाने वालों ने गूगल पे के जरिए यहां तेल की पेमेंट की थी।
मर्डर न होने पर भड़क गया था लॉरेंस
पुलिस पूछताछ में यह भी पता चला कि लॉरेंस की तिहाड़ जेल में बैरक बदली जा रही थी। पिछले साल अगस्त में जब लॉरेंस के कॉलेज फ्रैंड विक्की मिड्डूखेड़ा की हत्या हुई तो उसने अपने साथियों को मूसेवाला को मारने को कहा। मिड्डूखेड़ा के कत्ल में मूसेवाला के करीबी शगुनप्रीत का नाम सामने आया था। इसके बाद लॉरेंस की बैरक बदल दी गई और दूसरी बैरक से फोन नहीं कर पाया। कुछ महीने बीते और उसने फिर गोल्डी को फोन कर पूछा तो पता चला कि मूसेवाला अभी जिंदा है। इस पर लॉरेंस भड़क गया। उसने गुस्से में फटकार लगाई। जिसके बाद तेजी से मूसेवाला की हत्या की प्लानिंग को सिरे चढ़ाया गया।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.