आतंकी हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर काम कर रहा है। रिंदा ने ही करनाल में पकड़े गए खालिस्तानी आतंकियों को ड्रोन से असलहा भेजा था। पाकिस्तान में बैठकर रिंदा भारत में आतंकी मोड्यूल तैयार करने की फिराक में है।
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने अभी हाल में जितने आतंकी मोड्यूल ध्वस्त किए हैं उनके पीछे रिंदा का हाथ रहा है। वह ड्रोन के माध्यम से पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में हथियार सप्लाई कर रहा है। 2021 में 8 नवंबर को नवांशहर के सीआईए थाने पर हैंड ग्रेनेड भी हरविंदर रिंदा ने फेंकवाया था। रिंदा ने इस काम के लिए चार लाख रुपये के साथ-साथ विस्फोटक सामग्री उपलब्ध करवाई थी। इसका खुलासा ब्लास्ट के मामले में पकड़े गए आतंकियों ने पूछताछ के दौरान किया था।
लुधियाना कोर्ट में भी सामने आया था नाम
पिछले साल लुधियाना कोर्ट विस्फोट में भी रिंदा का नाम सामने आया था। पाकिस्तानी एजेंसी ISI के इशारे पर ही रिंदा ने इस ब्लास्ट की साजिश रची थी। हालांकि मामले की छानबीन NIA कर रही है, लेकिन पुलिस के अधिकारियों ने बताया था कि यह विस्फोट भी रिंदा के कहने पर ही हआ था।
18 की उम्र में मारा था अपना रिश्तेदार
हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा बचपन से आपराधिक किस्म का रहा है। मूलरूप से तरनतारन का रहने वाले रिंदा का बचपन महाराष्ट्र के नांदेड़ में बीता। रिंदा जब 18 साल का था तो संपत्ति को लेकर तरनतारन में अपने ही रिश्तेदार से कोई विवाद हो गया। रिंदा ने उस दौरान अपने रिश्तेदार की हत्या कर दी थी। इसके बाद नांदेड़ में भाग गया। वहां पर रिंदा ने वसूली का काम शुरू कर दिया। वसूली के धंधे में विवाद होने पर रिंदा ने दो लोगों को मौत के घाट उतार दिया था।
नांदेड़ में उस पर 2016 में दो मामले दर्ज हुए थे। वह नांदेड़ से भाग गया और पुलिस के हाथ नहीं आया। पुलिस ने उसे भगोड़ा घोषित कर रखा है। आपराधिक घटनाओं और महाराष्ट्र पुलिस के दबाव के कारण हरविंदर तड़ीपार हो गया तो वापस पंजाब आ गया। पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ में पैर रखते ही उसने पंजाब विश्वविद्यालय को चुना। यहां पर उसने अपना ठिकाना बना लिया।
2016 में छात्रा राजनीति में पसारे पैर
रिंदा ने 2016 में छात्र राजनीति में पैर रख दिया। हरविंदर उर्फ रिंदा ने छात्रों में अपनी पैठ और विरोधियों में अपना खौफ पैदा करने के लिए पहले विरोधी गुट के नेताओं पर गोलियां चलवाईं थी। यूनिवर्सिटी में ही वह गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह बाबा, हरजिंदर सिंह उर्फ आकाश और अन्य अपराधियों के संपर्क में आया। इसके बाद रिंदा ने अपने साथियों के साथ मिलकर महाराष्ट्र वाला वसूली, कॉन्ट्रैक्ट किलिंग वाला काम यहां पर शुरु कर दिया। चंडीगढ़ में ही रिंदा पर हत्या, हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट के तहत चार मामले दर्ज हैं। इन सबमें वह वांछित है।
अपराध की दुनिया में आने के बाद रिंदा इतना निडर हो गया था कि उसने पीयू का छात्र रहते हुए तत्कालीन एसएचओ को जान से मारने की धमकी भी दी थी। साल 2017 में पंजाब पुलिस के हाथ इनपुट लगा कि रिंदा बेंगलूरू में है। वह अपनी पत्नी के साथ एक होटल में ठहरा हुआ है। पंजाब पुलिस ने इनपुट के आधार पर एक होटल पर रेड की। रिंदा होटल के कमरे की खिड़की से निकल कर भाग गया। पुलिस ने रिंदा की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया था।
परमीश वर्मा पर भी करवाया था हमला
यह वही हरविंदर सिंह रिंदा है जिसने पंजाबी गायक परमीश वर्मा पर मोहाली के पास हमला करवाया था। यह हमला दिलप्रीत सिंह बाबा ने अप्रैल 2018 किया था। दिलप्रीत सिंह बाबा इस मामले के बाद चंडीगढ़ से पकड़ा गया था। रिंदा ने यह हमला दिलप्रीत सिंह बाबा से फिरौती के लिए करवाया था। इससे पहले रिंदा ने गायक को फिरौती के लिए धमकाया भी था। दिलप्रीत सिंह बाबा ने फिरौती के लिए परमीश वर्मा पर रिंदा के कहने पर हमला तो कर दिया था लेकिन इसके बाद बाबा ने रिंदा से दूरी बना ली। दोनों अलग हो गए थे। रिंदा पर सिर्फ चंडीगढ़ ही नहीं बल्कि हरियाणा और पंजाब में भी कई मामले दर्ज हैं जिनमें वह वांछित है।
इटंरपोल कि मदद से पकड़ने की तैयारी
जिस तरह से पाकिस्तान में बैठकर हरविंदर सिंह रिंदा अपने ही देश के खिलाफ आतंकी मॉडयूल बना रहा है, इन्हें देखते हुए उसकी धरपकड़ के लिए सुरक्षा एजेंसियां इंटरपोल की मदद लेने की तैयारी में है। पंजाब सहित जैसे अन्य राज्यों को दहलाने की रिंदा ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर जिस तरह साजिश रची थी उसे नकेल डालने के लिए सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से सक्रिय हो गईं है। जिस तरीके से रिंदा ड्रोन के माध्यम से विस्फोटक सामग्री से लेकर हथियार गोलियां इत्यादि भारकत में भिजवा रहा है उससे उसका अपराध का ग्राफ दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है जिसे रोकना एजेंसियों के लिए भी चुनौती बना हुआ है।
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