नाभा जेल वेबसाइट मामला:फर्जी वेबसाइट पर बेरोजगारों से पैसा बटोर बनना चाहते थे करोड़पति, पकड़े मोबाइल ने खोले राज

पटियाला2 वर्ष पहले
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  • होशियारपुर की तलाकशुदा डेवलपर को दिया था शादी का सांझा

मैक्सिमम सिक्योरिटी जेल में 2016 में जेल ब्रेक कांड के आरोपी गैंगस्टर सुनील कालड़ा निवासी लुधियाना और अमन उर्फ अमना निवासी कुरुक्षेत्र के जेल से केंद्र सरकार के एनडीआरएफ विभाग की तर्ज पर एसडीआरएफ के नाम पर सरकारी चिह्नों का प्रयाेग कर नकली वेबसाइट बनाकर ठगी के मामले में कई खुलासे हुए। दाेनाें आराेपी मई से ही थाना कोतवाली पुलिस के रडार पर थे। जून में दर्ज एफआईआर के बाद जांच में जुटी पुलिस ने इस पूरे मामले का पर्दाफाश किया।

पता चला कि होशियारपुर की रहने वाली तलाकशुदा महिला के दिव्यांग बेटे को अडॉप्ट करते हुए उसे एसडीआरएफ में सेट करने और महिला को शादी का झांसा देकर गैंगस्टर अमन ने यह नकली वेबसाइट बनवाई थी। थाना कोतवाली पुलिस को जून में मुखबिर से सूचना मिली थी कि जेल में बैठकर कैदी या हवालाती भारत सरकार के एनडीआरएफ विभाग से मिलती-जुलती वेबसाइट बना रहे हैं और नौकरी देने का झांसा देकर ठगी की फिराक में हैं।

खुलासा ऐसे नाभा कोतवाली पुलिस ने आरोपी सुनील और अमन को वारंट पर लिया तो उगले राज

कॉल डिटेल से पता चला महिला से वेबसाइट को लेकर हुई है बात थाना इंचार्ज भल्ला ने डीएसपी के दिशा-निर्देश पर जांच शुरू की। जांच में सामने आया कि गैंगस्टर अमन जेल के अंदर मोबाइल चला रहा है। इसकी जानकारी जेल अधिकारियों से सांझा की। जेल में अमन के पास मई में एक मोबाइल फोन बरामद हुआ। काेतवाली पुलिस ने मोबाइल से संबंधित कॉल डिटेल लैब से मिलाकर डाटा और तथ्य जुटाए। उससे साफ हुआ कि नकली वेबसाइट का नेटवर्क अमन और उसका साथी गैंगस्टर सुनील चला रहे हैं।

सबूत के आधार पर 17 जून को कोतवाली पुलिस ने अमन और सुनील के खिलाफ धोखाधड़ी और आईटी एक्ट में केस दर्ज किया। केस दर्ज हाेने के बाद गैंगस्टर अमन से मोबाइल बरामदगी काे लेकर कोर्ट से एक दिन का प्रोडक्शन वारंट लिया था। पूछताछ में उसने अपने और सुनील कालड़ा के कई राज खाेल दिए। कोतवाली पुलिस ने केस पर कार्रवाई करते हुए गैंगस्टर अमन और सुनील कालड को एक साथ कोर्ट से 3 दिन के प्रोडक्शन वारंट पर लिया। दोनों से पहले अलग अलग और फिर सामने बैठाकर पूछताछ की। खुलासा हुआ कि दोनों अपराधियों ने होशियारपुर की महिला और उसके भाई से जेल से ही मोबाइल से संपर्क किया था।

महिला को व्हाट्सएप पर आईपीएस की वर्दी वाली फाेटाे भेज किया इंप्रेस
पूछताछ में सामने आया कि आराेपियाें ने खुद काे एसडीआरएफ में बड़ा अधिकारी बताया। बहन-भाई काे झांसा दिया कि वह उनके परिवार की कई तरह से मदद कर सकते हैं। इस पर दोनों अपराधियों के झांसे में आ गए। एसडीआरएफ के नाम से वेबसाइट बनाकर उसका लिंक और कंट्रोल उनके मोबाइल पर भेज दिया।

अपराधियों का इरादा वेबसाइट के जरिए लोगों से इस विभाग में वालंटियर के तौर पर नौकरी दिलाना था। साथ ही 500-500 रुपए प्रति कैंडिडेट वसूली करनी थी। आराेपियाें का इरादा ठगी कर जेल में बैठकर करोड़पति बनना था। गैंगस्टर अमन पहले भी धोखाधड़ी के मामलों का आरोपी है। आईपीएस रैंक का अधिकारी बन और नकली वर्दी पहनकर कई लोगों को चूना लगा चुका है। इसी वर्दी में खिंचवाई तस्वीर को उसने होशियारपुर की महिला से व्हाट्सएप के जरिए साझा किया था।

केस के हीराे -जिन्होंने करोड़ों की ठगी को रोका
गंभीरता समझ डीएसपी राजेश और साैरभ ने पकड़ा केस
जेल में नकली वेबसाइट बनाने की तैयारी का पुलिस को पता चला तो एसएसपी की अगुवाई में स्पेशल जांच टीम बनाई गई। जेल गतिविधियों और पुलिस के एक्शन की कमान डीएसपी राजेश छिब्बर ने संभाली। जब इंटरनेट की बात आई ताे डीएसपी पटियाला सिटी-2 सौरभ जिंदल ने इंटरनेट और वेबसाइट से जुड़ी तकनीक के सुराग जुटाए।

दाेनाें ने इस जांच टीम में अपना सहयोग दिया। पुलिस के मुताबिक उन्हें मुखबिर से सूचना मिली थी कि रैकेट जेल से चलाया जा रहा है। इस पर एसएसपी डॉ. संदीप गर्ग और डीएसपी राजेश छिब्बर की अगुवाई में जून से ही जांच शुरू कर दी थी। कई तकनीकी तथ्य जुटाए गए। मामला सामने आने के बाद अमन और सुनील कालड़ा के खिलाफ मामला दर्ज किया।

अमन पर पहले भी धोखाधड़ी और कई तरह के आपराधिक मामले दर्ज हैं। गैंगस्टर सुनील ने कुछ साल पहले भादसों की महिला का मर्डर किया था। उस केस में वह उम्रकैद की सजा भुगत रहा है। दोनों ही जेल ब्रेक केस में आरोपी हैं।

आरोपियों से फाेन-लैपटाॅप पकड़े
थाना कोतवाली इंचार्ज सुरेंद्र भल्ला के मुताबिक नकली वेबसाइट रैकेट में होशियारपुर के दोनों भाई बहन की कोई संदिग्ध भूमिका सामने नहीं आई है न उनके खिलाफ कोई सबूत है। दोनों को झूठ का पुलिंदा परोसकर झांसे में लिया है। वेबसाइट के लिए जेल के अंदर इस्तेमाल हो रहा मोबाइल फोन और होशियारपुर की महिला का लैपटॉप कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।