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पंजाबी यूनिवर्सिटी के डेलीवेज मुलाजिमों की नौकरी में 5 दिन की दी गई ब्रेक का मामला गरमाता जा रहा है। इसके विरोध में पांच दिन से हड़ताल चल रही है। धरने में सफाई सेवक और डेलीवेज सिक्योरिटी गार्ड्स भी शामिल हैं। वहीं, मुलाजिमों ने सोमवार को रजिस्ट्रार अॉफिस और एग्जामिनेशन ब्रांच के अंदर व बाहर कूड़ा फेंक दिया। यहां तक यूनिवर्सिटी के मेन गेट पर भी कूड़ा फेंककर अथॉरिटी के खिलाफ जमकर
नारेबाजी की। वहीं, मुलाजिमों ने अथॉरिटी को धमकी दी जल्द मांगें न मानी तो मंगलवार को वीसी आफिस के बाहर कूड़ां फेंकेंगे। मुलाजिमों ने अथॉरिटी के खिलाफ रोष मार्च भी निकाला और गोल मार्केट के पास पक्का मोर्चा लगा लिया। मुलाजिमों के एक ग्रुप ने मेन गेट पर धरना देकर अथॉरिटी के खिलाफ नारेबाजी की। मुलाजिमों की मांग है कि उनकी ब्रेक को खत्म किया जाए। जब इस मामले में वीसी रवनीत कौर से बात की तो उन्होंने कहा कि वह मीटिंग में हैं और सवाल सुनते ही फोन काट दिया।
परीक्षा ब्रांच में गंदगी फेंके जाने सेोनहीं हुए काम, बिना काम कराए लौटे 300 विद्यार्थी- कूड़ा फेंकने के चलते परीक्षा ब्रांच में काम नहीं हुए। जगह-जगह कूड़ा फैला हुआ था। वहीं, दूर दराज से आए लोग परेशान हुए और वापस लौट गए। इसके अलावा इंक्वायरी आदि में भी स्टूडेंट्स परेशान रहे। बिना काम कराए करीब 300 विद्यार्थी लौट गए। वहीं, अथॉरिटी अभी तक यह मामला सुलझाने में नाकाम रही है। उधर, कैंपस में रजिस्ट्रार और डीन अकादमिक समेत सारी अथॉरिटी चंडीगढ़ में वीसी के साथ मीटिंग में थे।
यह है मामला...अथॉरिटी करीब 400 से 500 डेलीवेज मुलाजिमों को पहले तीन महीने की एक्सटेंशन के दौरान एक दिन की ब्रेक देती थी, लेकिन बाद में 68 दिन की एक्सटेंशन देने लगी। अब अथॉरिटी ने 5 दिन की ब्रेक और दे दी और मात्र 63 दिन की एक्सटेंशन दे दी। अथॉरिटी के इस फैसले के चलते मुलाजिम विरोध में उतर आए हैं और कैंपस में हड़ताल शुरू कर दी है।
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