मंडल रोपड़ अधीन काम करते जंगलात वर्करों को 2 महीनों से वेतन न मिलने और सेवानिवृत जंगलात मुलाजिमों को पेंशन न मिलने के कारण भारी रोष है। इसको लेकर जंगलात वर्करों ने 11 मई को वन मंडल अधिकारी (डीएफओ) रोपड़ के दफ्तर के आगे धरना देने का ऐलान किया है।
जंगलात वर्कर जसपाल सिंह, चमन लाल, राम किशन रोपड़ ने बताया कि अधिकारियों की तरफ से जंगलात वर्करों की जहां मार्च और अप्रैल के वेतन की अदायगी नहीं की गई, वहीं 2015 से सेवामुक्त मलाजिमों की पेंशन भी जारी नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि विभाग के लिए मुलाजिमों के जीपीएफ खाते खोलने और वेतन जारी करने मौके अधिकारियों की तरफ से खजाना सील होने की दुहाई दी जाती है जबकि दूसरे कार्यों और स्कीमों के लिए बेरोक-टोक बैंकों के चेक काटे जा रहे हैं।
उन्होंने मांग की कि 2 महीने का वेतन और पेंशन जारी करने के अलावा रहते बेलदारों के जीपीएफ खाते खोलेे जाएं तथा सीपीएफ खाते तुरंत बंद किए जाएं, बराबर काम पर बराबर वेतन कच्चे वर्करों पर लागू किया जाे, जंगलों को नुकसान पहुंचाने वाले अधिकारियों पर नकेल डाली जाए।
उन्होंने 10 मई तक का अल्टीमेटम देते कहा कि अगर उनकी मांगों को स्वीकृत न किया गया तो वह 11 मई को वन मंडल अधिकारी रोपड़ के दफ्तर के आगे धरना देंगे। इस मौके हुसन चंद, मोहण लाल, अमरजीत सिंह, प्रकाश चंद, परमजीत सिंह आदि जंगलात वर्कर उपस्थित थे।
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