गुरु अमरदास जी की चरण छो प्राप्त गोइंदवाल साहिब में स्थापित गुरुद्वारा बाउली साहिब के पवित्र जल को दूषित होने से बचाने के लिए एक सप्ताह पहले सीवर वाॅटर ट्रीटमेंट प्लांट को शुरू कर दिया गया है। प्लांट से गंदे पानी को साफ कर 200 किसानों को देने का लक्ष्य रखा गया है। हलका विधायक मनजिंदर सिंह लालपुरा के प्रयत्नों से प्रोजेक्ट को पिछले साल शुरू कर दिया गया था। प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए राज्यसभा सांसद संत बलबीर सिंह सीचेवाल, संत गुरनाम सिंह यूपी वालों के सहयोग से काम शुरू किया गया है।
पहले पड़ाव में गुरुद्वारा बाउली साहिब के आसपास के घरों का आ रहा गंदा पानी जो नाले में पड़ता था, को रोकने के लिए सीवर ट्रीटमेंट प्लांट को एक हफ्ता पहले शुरू किया गया है। वहीं, गंदे नाले वाली जगह को सुंदर झील में बदलने के लिए दरिया ब्यास से ताजे पानी को लाने के लिए ड्रेन खुदवाई जा रही है। गंदे नाले वाली जगह को साफ-सुथरा बनाकर ड्रेन के जरिए दरिया ब्यास से पानी लाकर झील का रूप दिया जाएगा। अब लोगों बारिश या दरिया के पानी पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
3 पड़ावों में गुजर सीवर का गंदा पानी होगा क्लीन विधायक के प्रयत्नों से प्रोजेक्ट को मिली परमिशन
3 पड़ाव में सीवरेज का गंदा पानी साफ और खेती योग्य होता है। सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में सबसे पहले घरों के गंदे पानी को मोटी जाली से साफ किया जाता है ताकि मोटा कचरा-लिफाफे न जा सकें। दूसरे पड़ाव में गंदे पानी को पहले कुएं में इकट्ठा कर उसमे पानी के जहरीले-नुक्सानदायक पदार्थ को बैक्टिरिया मिलाकर पदार्थों को खत्म किया जाता है। तीसरे पड़ाव में सीवर के पानी को एसटीपी के जरिए साफ किया जाता है। चौथे पड़ाव में ट्रीट किए पानी को मोटर के जरिए प्लांट से एक किलोमीटर दूर टंकी में स्टोर करने के लिए भेजा जाता है और यहां से किसानों को टैंकरों और पाइप के जरिए पानी खेती के लिए दिया जाएगा। प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद गुरुद्वारा बाउली साहिब के पानी में मिलने वाले दूषित पानी से बचाव होगा।
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