कई गांवों में सुनने और देखने को मिलता है कि गांव पंचायत ने कहीं तो विकास कराए और कहीं विवादों में रहे, लेकिन एक शख्सियत भी हैं जिन्होंने ‘एक संकल्प-एक सपना’ देखकर बिना भेदभाव विकास कार्य मुकम्मल करवाए हैं। हम बात कर रहे हैं जिला तरनतारन के गांव कल्ला की है। सुनने में गांव का नाम अजीब लगता होगा, लेकिन लोग दूर-दूर से गांव के विकास को देखने पहुंचते हैं। पंचायती जमीन के छप्पड़ में बना पार्क बाहरी लोगों को ‘सुखना झील’ की झलक दिखाता है।
8 एकड़ में 32 लाख रुपए से बना पार्क सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचता है। इस काम को मुकम्मल किया है कि गांव के ही मास्टर बलदेव सिंह और उसकी पत्नी गुरसिमरतपाल कौर ने, जिनके पास गांव की सरपंची है। मास्टर बलदेव सिंह बताते हैं कि सौंदर्यीकरण के 4 कॉन्सेप्ट हैं। इसमें चिल्ड्रन पार्क, क्यूनिटी पार्क, झील और ओपन जिम हैं, साथ ही वाॅटर सप्लाई सुविधा है। सीवर का पानी 4 एकड़ में बने छप्पड़ से पार्क में फिल्टर होकर पहुंचता है, जो 4 एकड़ पार्क को झील का रूप देता है।
फूलों से लदा गार्डन और लगाए गए पत्थरों पर चढ़ाया पेंट सुंदरता को और निखारता है। मास्टर बलदेव सिंह ने बताया कि इस काम में उनका किसी ने साथ नहीं दिया। 2021 मार्च में डिजाइन तैयार कर काम शुरू किया और 21 अक्टूबर को पार्क को गांव वासियों को सुपुर्द कर दिया।
गांव के समाजसेवियों से भी ली मदद, प्रमुख लोग पंचायतघर में मिल-बैठ सुलझाते हैं मसले
मास्टर बलदेव सिंह, सरपंच गुरसिमरतपाल कौर ने कहा कि पार्क की सुंदरता को बढ़ाने के लिए साढ़े 3 लाख रुपए की गांव के समाजसेवी लोगों ने सहायता की है। इनके पैसों से 26 हजार की सोलर लाइटें, 1 लाख रुपए का टाॅवर लगाया गया है। उन्होंने पार्क का काम खुद मुकम्मल किया गया। फूलों का पालन-पोषण वह खुद और हैल्पर साथ लेकर करते हैं। सरपंच गुरसिमरतपाल कौर ने बताया कि गांव में एक गेट बनवाया गया है। उच्च लेवल का सिवर सिस्टम भी डलवाया जा रहा है। रास्तों में इंटरलाॅकिंग टाइल्स और बाथरूमों की सुविधा बेहतर है। गांव के पंचायतघर में प्रमुख लोग मिल-बैठ कर गांव के मसले सुलझाते हैं।
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