पंजाब की तरनतारन पुलिस ने नार्को टेरर माड्यूल से जुड़े दो गैंगस्टर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार गैंगस्टरों की पहचान प्रभदीप सिंह उर्फ प्रभ और सिमरनजीत निवासी गांव पक्खोपुर, तरनतारन के रूप में हुई है। दोनों आरोपी पाकिस्तान में बैठे आतंकी हरमिंदर सिंह उर्फ हरिंदर सिंह उर्फ रिंदा और कनाडा में बैठे गैंगस्टर लखबीर सिंह उर्फ लंडा के लिए काम करते थे।
आरोपियों से फिरौती की रकम के 50 हजार रुपए और एक पिस्तौल बरामद हुई है। तरनतारन के एसएसपी रंजीत सिंह ढिल्लों की माने तो पूछताछ के बाद और बरामदगियों साथ-साथ गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
8 सितंबर को इस मॉड्यूल से जुड़े तीन गैंगस्टर्स को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार गैंगस्टर नछत्तर सिंह, सुखदेव सिंह और हरप्रीत सिंह तीनों तरनतारन के रहने वाले थे। इनसे डेढ़ किलो विस्फोटक, एक चाइनीस पिस्टल और एक देसी पिस्तौल के इलावा कारतूस बरामद हुए थे। तब से तीनों पुलिस रिमांड पर थे। पूछताछ में तीनों ने बताया था कि वह हरिंदर सिंह रिंदा और लखबीर सिंह के लिए काम करते हैं। आरोपियों ने कई और साथियों के नामों का भी खुलासा किया था, जिनमें प्रभदीप सिंह और सिमरनजीत सिंह का नाम शामिल था। पुलिस ने सभी की तलाश शुरू कर दी थी और अब उक्त दोनों आरोपी पुलिस के हाथ लग गए।
पैसों की कमी के लिए फिरौती
एसएसपी रणजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि आरोपी और विदेशों में बैठे उनके साथी पैसों की कमी पूरा करने के लिए व्यापारियों के साथ-साथ नामी लोगों से फिरौती की मांग करते थे। इन पैसों से वे पाकिस्तान से हथियार और ड्रग्स मंगवाते थे। पूछताछ में सामने आया है कि जिस व्यक्ति से फिरौती मांगनी होती थी, उसके घर या ऑफिस के बाहर इस गिरोह का एक सदस्य खड़ा होकर अपने दूसरे साथी के साथ फोन पर संपर्क में रहता था। जिसके बाद वह अपने शिकार को फोन करते थे और बताते थे कि उसने किस रंग के कपड़े पहने हैं, कहां मौजूद है और फिर उसे डरा कर उससे फिरौती की मांग की जाती थी।
सरहद पार से आई खेप को ठिकाने पहुंचाते थे आरोपी
उन्होंने बताया कि हरिंदर रिंदा पाकिस्तान में बैठकर वहां के तस्करों की सहायता से ड्रोन के जरिए भारत में हथियार और ड्रग्स भेजता था। इस खेप को उनके ठिकाने तक पहुंचाने के लिए इस मॉड्यूल से जुड़े कई लोग काम करते थे। इनमें गिरफ्तार किए गए सिमरनजीत सिंह और प्रभदीप सिंह शामिल हैं।
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