केकड़ी में गरीबों के निवाले में कंकर व मिट्टी मिलने का मामला सामने आया है। भट्टा काॅलोनी,जयपुर रोड़ आदर्श नगर और अन्य राशन डीलर की दूकान पर राशन वितरण के दौरान गेहूं में कंकड़, मिट्टी और गीले गेहूं होने पर उपभोक्ताओं ने लेने से मना कर दिया।
उपभोक्ताओं का कहना है कि गुणवतारहित गेहूं मिल रहा है जिन्हें खाया नहीं जा सकता है। उपभोक्ताओं की शिकायत के बाद जब राशन डीलर ने कट्टों को खोलकर देखा तो हर कट्टे में ही खराब गेहूं मिला। राशन डीलर का कहना है कि पूर्व में राशन सही आता था, लेकिन अप्रैल 2021 के बाद से ठेकेदार की और से राशन की आपूर्ति किए जाने के बाद से ही राशन के गेहूं में कंकड, मिट्टी लगातार आ रही है।
ठेकेदार की ओर से आगे से आने वाला बारदाना भी चेंज कर दिया जाता है। खराब बारदाना लगाने से राशन के कट्टे उतारते समय ही कट्टे फट जाते हैं, जिससे राशन बिखर जाता है। राशन डीलर शिवराज चैधरी का कहना है कि ठेकेदार और अधिकारियों की सांठगांठ के चलते राशन की दूकानों पर खराब राशन भेजा जा रहा है। अधिकारियों की मिलीभगत से ही राशन की सप्लाई करने वाला ठेकेदार राशन के गेहूं में मिलावट करता है। राशन डीलरों ने ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
उपभोक्ता को मिलता है 10 किलो राशन
खाद्य सुरक्षा योजना में चयनित प्रत्येक उपभोक्ता को 5 किलो राज्य सरकार की और से और 5 किलो राशन प्रधानमंत्री कल्याण योजना के तहत केन्द्र सरकार से मिलता है। प्रधानमंत्री कल्याण योजना के तहत कोरोना काल से ही खाद्य सुरक्षा में चयनित उपभोक्ता को मुफ्त राशन दिया जा रहा है। राज्य सरकार की और से बीपीएल उपभोक्ता को 1 रुपए किलो और एपीएल उपभोक्ता को 2 रुपए किलो राशन दिया जा रहा है।
आपूर्ति बदली तो शुरु हुआ 'गड़बड़ झाला'
खाद्य विभाग की और से राशन की दूकानों पर सप्लाई का कार्य पहले क्रय-विक्रय सहकारी समिति के पास था। अप्रैल 2021 के बाद राशन सप्लाई का काम ठेकेदार को दिए जाने के बाद से ही खराब राशन डीलरों तक पहुंच रहा है। खराब राशन को उपभोक्ता नही ले रहे है।
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