नशीली दवा मामले में दो करोड़ रुपए मांगने वाली एसओजी की एएसपी (अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक) दिव्या मित्तल ने शिकायतकर्ता को पैसे नहीं देने पर उसे जेल भेजने की धमकी दी। यहां तक कि दो करोड़ रुपए मांगने से पहले शिकायत कर्ता को एस्कोर्ट कर उदयपुर के नेचर हिल रिसोर्ट ले जाया गया और कमरे में ले जाने से पहले उसके जैकेट व जूते तक उतरवा लिए गए और गहन तलाशी ली। इसके बाद उससे दो करोड़ रुपए की डिमांड की गई, नहीं देने पर जेल भेजने के लिए धमकाया गया। कहा- 'मुझे ऊपर तक पैसे देने पड़ते हैं। आप पैसे दोगे तो ठीक रहेगा। वरना जेल जाना पड़ेगा।'
अब जानिए- पूरी कहानी, क्यों पहुंचा पीड़ित एसीबी के पास?
शिकायतकर्ता ने एसीबी को दी रिपोर्ट में बताया- उसकी हरिद्वार में JPEE ड्रग्स के नाम से दवाई बनाने की फैक्ट्री है। इस फैक्ट्री में एलोपैथी की दवाइयां बनती हैं। 23 दिसंबर को एसओजी अजमेर की एएसपी दिव्या मित्तल हरिद्वार फैक्ट्री में स्टॉफ हेड विवेक से मिली और उनको बताया कि अजमेर में साइकोट्रोपिक ड्रग से संबंधित तीन मुकदमें दर्ज हुए हैं। उन मुकदमों में मिली दवाइयों में से कुछ दवाइया आपकी फैक्ट्री में से बनी हैं। स्टाफ हेड विवेक ने एएसपी दिव्या की बात उससे कराई और एएसपी ने कहा कि आपको नोटिस इश्यू कर रही हूं।
जब आकर देखा तो नोटिस में NDPS एक्ट में 10 बजे SOG कार्यालय अजमेर पर अनुसंधान के लिए उपस्थित होने के लिए लिखा था। इस पर वह दो दोस्तों के साथ एसओजी कार्यालय अजमेर गए थे। तब मैडम ने बोला, आप 30 दिसंबर 2022 को पीओडी ले कर आना। फिर ASP से उनके मोबाइल नंबर पर बातकर 2 जनवरी 2023 को आने के लिए बोला। इसके बाद अजमेर जा कर मैडम से मिला तो उन्होंने गिरफ्तारी का डर दिखाया। काफी देर तक डराया धमकाया। कहा- 'डॉक्यूमेंट अधूरे हैं। आप गलत कार्य करते हो।' इस पर मैंने उनको बताया कि फैक्ट्री में कोई भी अवैध दवाई नहीं बनती, न ही कोई दवाई बिना बिल के बेची जाती है। हम नियमानुसार ही काम करते हैं। हमारे सारे दस्तावेज सही हैं।
उसके बाद मुझे 3 जनवरी 2023 को वापस ASP के ऑफिस में बुलाया गया। पहले इधर-उधर की बातें करने के बाद उन्होंने कहा कि तुम उदयपुर रोड पर जाओ, वहां तुम्हें एक फोन आएगा, उससे बात कर लेना। उसके आधा घंटा बाद मोबाइल पर वॉट्सऐप कॉल आया। उसने बताया कि वह सुमित बोल रहा है। दिव्या मैडम ने आपका नंबर दिया है। आप नाथद्वारा आ जाओ। हमारे नाथद्वारा पहुंचने के बाद उस व्यक्ति ने हमें उदयपुर बुलाया। उदयपुर पहुंचकर उसने हमे एक गाड़ी के शोरूम पर बुलाया। हमारे आगे पीछे दो गाड़ी लगा कर एस्कोर्ट कर नेचर हिल रिसोर्ट पर ले गए।
वहां पर एक कमरे में ले जाकर कर एएसपी के साथी सुमित ने मेरी जैकेट व जुते उतरवा कर बारीकी से तलाशी ली और उसके बाद उसने SOG अजमेर में दिव्या मैडम के पास दर्ज मुकदमों में गिरफ्तारी का डर दिखा कर 2 करोड़ रूपए की मांग की। कहा कि तीनों FIR में नाम निकाल देगें। मैंने असमर्थता जाहिर की और कहा इतने रुपए नहीं दे सकता। चाहे आप मुझे गिरफ्तार कर लो। मैं निर्दोष हूं। उसके बाद सुमित ने काफी डराया और ASP दिव्या मित्तल से अपने फोन से बात कराई।
एएसपी ने कहा कि सुमित जो बोल रहा है, वो डिमांड आपको पूरी करनी पड़ेगी। इसमें सिर्फ मेरी नहीं ऊपर तक मुझे पैसे देने पड़ते हैं। आप पैसे दोगे तो ठीक रहेगा वरना जेल जाना पड़ेगा। उसके बाद उसने कहा कि कुछ समय चाहिए तो सुमित ने बोला आपको 2 दिन का समय दिया जाता है। हमे वापस सुमित ने गाड़ी से एस्कोर्ट कर हाईवे तक छोड़ दिया।
कारोबारी भ्रष्ट ASP व उनके दलाल सुमित एवं अन्य साथियों को रिश्वत नहीं देना चाहता। वह उनको रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था, इसलिए एसीबी में पहुंच गया। शिकायत मिलने पर एसीबी ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी।
एएसपी बोली- ये दाग है जीवनभर के, बारगेनिंग मत करो
एसओजी ने शिकायतकर्ता को वॉइस रिकॉर्डर देकर भेजा। उसने एसओजी कार्यालय पहुंचकर एएसपी से संपर्क किया व काम के बारे में बातचीत की। उसने उनके दलाल सुमित द्वारा पूर्व में मांगी गई रिश्वत राशि (2 करोड़ रुपए) देने की मंशा जाहिर करते हुए कहा कि उनके अकेले के हाथ में नहीं है, ऊपर भी देना पडता है।
इस पर शिकायतकर्ता बोला कि वह 10 लाख रुपए दे सकता है तो एएसपी ने बोला कि ये कोई बनिए की दूकान नहीं है, तुम भी समझो, ये दाग है जीवनभर के, मामला बहुत ज्यादा गंभीर है। बारगेनिंग मत करो। पहले तय हो चुका, वो ही करना पड़ेगा। साथ ही पूर्व में इस प्रकरण में गिरफ्तारशुदा गुरनानी नामक व्यक्ति का व अन्य उदाहरण देते हुए कहा कि उसको भी आपकी तरह समझाया था, लेकिन वह समझा नहीं और उसको गिरफ्तार होना पड़ा।
वह मांगी गई राशि 2 करोड़ रुपए की मांग पर अड़ी रहीं तो दवा व्यापारी ने निवेदन किया कि वह अभी तो 25 लाख रुपए की ही व्यवस्था कर सकता है। 25 लाख और 1 फरवरी 2023 के बाद देने के लिए कहा। इस पर एएसपी ने कहा कि आप पैसों की व्यवस्था कर लो, आपको पहले वाली जगह (रिसोर्ट में उदयपुर) जाना पड़ेगा। बिजनेसमैन ने हाथ जोडकर विनती की कि मैं उस दिन भी डर गया था। आप रुपए कैसे भी करके यहीं ले लो, मैं वहां नहीं जा सकता तो एएसपी बोलीं- वो रिसोर्ट हमारा ही है, डरने की जरूरत नहीं।
ट्रैप फेल होने पर ठिकानों पर सर्च और बाद में की गिरफ्तारी
एसीबी को घूस की डिमांड की बात सही होने की जानकारी मिली तो कोर्ट के आदेश से सर्च करवाया। दिव्या मित्तल के सभी ठिकानों पर एक साथ सर्च ऑपरेशन चलाया गया। अजमेर में जयपुर रोड पर स्थित एआरजी सोसायटी में दिव्या के फ्लैट में खुद दिव्या के सामने सर्च कार्रवाई को अंजाम दिया। अजमेर के अलावा जयपुर, उदयपुर और झुंझुनूं में 5 जगहों पर छापा मारा। फिर बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
एनडीपीएस मामले में पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई
इनको कर चुकी है गिरफ्तार
16 करोड़ से ज्यादा की दवा बरामद
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2 घंटे की रिकॉर्डिंग ने एडिशनल ASP को पहुंचाया जेल
उत्तराखंड के हरिद्वार में दवा फैक्ट्री के मालिक से 2 करोड़ की रिश्वत मांगने के मामले में जयपुर ACB टीम ने अजमेर में 16 जनवरी को SOG की एडिशनल SP दिव्या मित्तल को गिरफ्तार किया है। माना जा रहा है कि SOG के किसी अधिकारी का रिश्वत में इतनी बड़ी रकम मांगने का यह पहला मामला है। इतनी बड़ी अधिकारी को ट्रैप करना भी आसान नहीं था। पूरी खबर पढ़ें
घूसखोर ASP दिव्या को 3 दिन की रिमांड पर भेजा
दो करोड़ की रिश्वत मामले में गिरफ्तार एसओजी की एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल को मंगलवार को अजमेर एसीबी कोर्ट में पेश किया गया। जयपुर एसीबी की ओर से 4 दिन का रिमांड मांगा गया था। जज ने 3 दिन का रिमांड दिया। अब जयपुर एसीबी रिमांड के दौरान मित्तल से बर्खास्त कॉन्स्टेबल सहित अन्य बरामदगी को लेकर पूछताछ करेगी। पूरी खबर पढ़ें
एडिशनल एसपी ने मांगी 2 करोड़ की रिश्वत:दलाल के जरिए मांगे पैसे; ACB ने पांच ठिकानों पर मारा छापा
2 करोड़ की रिश्वत मांग कर परेशान करने के मामले में जयपुर एसीबी टीम अजमेर में एसओजी की एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल के घर तलाशी कर रही है। मित्तल पर एनडीपीएस (नशे की तस्करी) के मामले में दलाल के जरिए डरा धमका कर रिश्वत मांगने का आरोप है। एसीबी राजस्थान में कुल 5 जगह कार्रवाई कर रही है। कार्रवाई के दौरान भास्कर से बातचीत में दिव्या मित्तल ने कहा- ड्रग माफियाओं को ट्रैक करने का इनाम मिला है। उन्होंने कोई रिश्वत नहीं मांगी है। (पूरी खबर पढ़ने के लिए करें क्लिक)
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