अजमेर में नरवर घाटी में तेंदुए का मूवमेंट देखने को मिला। तेंदुए ने घाटी के पास बने वाटर पोइंट पर पानी पीया, फिर एक दीवार पर बैठा और बाद में जंगल में चला गया। सूचना पर वन विभाग की टीम भी पहुंची और गश्त की जा रही है। वहीं तेंदुए दिखने से ग्रामीण डरे हुए है।
वन विभाग नरवर घाटी में शुक्रवार रात करीब 12 बजे तेंदुए देखा गया। यह तेंदुए घाटी के पास बने वाटर प्वाइंट पर पानी पीते हुए नजर आया। इसके बाद वह एक दीवार पर बैठा और बाद में जंगल की तरफ चल गया। ग्रामीणों का कहना है कि यहां आए दिन तेंदुए का मूवमेंट है और ऐसे में वे दहशत में है। वहीं, सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और गश्त कर रही है। लेकिन अभी तक कहीं भी पिंजरा नहीं लगाया गया है। नरवर नाका प्रभारी सौरभ जैन ने बताया कि तेंदुए रिहायशी ईलाके में नहीं बल्कि जंगल में है और उस पर गश्त कर नजर रखी जा रही है। यही कारण है कि जंगल में पिंजरा भी नहीं लगा सकते। रिहायशी ईलाके में आने की सम्भावना को देखते हुए पिंजरे लगाने की कवायद की जा रही है। इसके लिए उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया है।
इस माह कई स्थानों पर रही तेंदुए की मूवमेंट
जिले के वन्यक्षेत्र में तेंदुए की मूवमेंट लगातार जारी है। दाे तीन दिन बाद उसके मूवमेंट का स्थान बदलता जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि एक से ज्यादा तेंदुए जिले में मूवमेंट कर रहे हैं। क्षेत्र में तेंदुए की मूवमेंट इस माह कई बार अलग अलग जगहों पर दर्ज की गई है। अप्रैल के पहले सप्ताह में नारेली और बड़लिया क्षेत्र में तेंदुए देखे जाने के मामले सामने आए थे। इसके बाद 12 अप्रैल काे कल्याणपुरा क्षेत्र में तेंदुए देखा गया था। 13 अप्रैल काे माकड़वाली गांव में तेंदुए के पगमार्क मिले थे। 21 अप्रैल काे चौरसियावास गांव में एक घर की छत पर दाे तेंदुए छलांग लगाते हुए देखे गए थे।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.