लापता हुए मार्बल उद्यमी के बेटा तो नहीं मिला लेकिन उसके बैग में सुसाइड नोट मिला है। इसमें रुपयों के लेन-देन को लेकर ब्लेकमेल करने की बात लिखी है। मार्बल उद्यमी पिता ने टॉर्चर व ब्लेकमेल के चलते लापता होने का आरोप लगाते हुए तीन जनों के खिलाफ आत्म हत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कराया है। गांधी नगर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
नोनन्दपुरा-रुपनगढ निवासी लाल बहादूर पुतर मुकिराम जाट (50) ने गांधी नगर थाने में रिपोर्ट देकर बताया कि वह मार्बल का व्यवसाय करता है तथा टूकडा रोड पर मार्बल का गोदाम है। करीब 2 माह से बेटा सर्वेश्वर भी आता है तथा पेमेन्ट लेने-देने व बैंक में जमा कराने का काम करता था। सर्वेश्वर ने 30 जुलाई की शाम करीबन 6-7 बजे गोदाम पर काम करने वाले लडके सुगनाराम से कहा कि वह किसी काम से जा रहा है और गोदाम बंद करके निकल जाना।
जब दूसरे दिन राजनगर से किशनगढ आया तो सुगनाराम ने बताया कि सर्वेश्वर कल शाम काे कहीं गया, जो अभी तक नहीं लौटा। सर्वेश्वर को कई बार फोन किया। परिवार, रिश्तेदारों ने सर्वेश्वर को सब जगह ढूंढ लिया, मगर वह नही मिला और नहीं उसके मोबाईल से कोई सम्पर्क हो पा रहा। गत 2 अगस्त को दिन में सर्वेश्वर का बेग खोलकर ढुंढा तो उसके अन्दर लिखा हुआ एक सुसाइड नोट मिला। जिसमें सर्वेश्वर ने कादर खान ( एनआर मार्बल ) लोकेन्द्रसिंह और आशिक खान के बारे में लिखा। इनके द्वारा टार्चर करने, ब्लेकमेल करने के कारण ही यहां से गायब हुआ है और पता नहीं कही जाकर आत्महत्या तो नही कर ली।
यह लिखा सुसाइड नोट
पिता ने रिपोर्ट में बताया कि सर्वेश्वर ने सुसाईड नोट में लिखा है कि सबसे पहले लोकेन्द्र सिंह, आशीक खान मिले, जिन्होने मंहगा फोन लेने के बारे में कहा। जब पैसो के बारे मे कहा तो ये दोनो कादर खान (एनआर मार्बल) वाले के पास ले गये और डेढ़ लाख रुपये की मांग करने पर कादर खान ने सर्वेश्वर से एक खाली स्टाम्प पेपर मंगवाया और दुसरे दिन लोकेन्द्र सिंह व आशिक खान ने एनआर मार्बल पर बुलाया। वहां डेढ़ लाख की जगह 70 हजार रुपए देकर कादर खान ने बहला कर खाली स्टाम्प पेपर पर साईन करवा लिए। बैक खाते के चार खाली चैक भी साईन करवा कर ले लिए। फिर लोकेन्द्रव आशिक खान ने सर्वेश्वर को 50000 व 30000 रुपए और दिए। इन्होने भी सर्वेश्वर के खाली स्टाम्प पर साईन करवा लिए। 10 दिन के 10 दिन 10 प्रतिशत ब्याज देने की शर्त रखी।
वसूल लिए लाखों रुपए
पिता ने यह भी बताया कि ब्याज की राशि ज्यादा होने के कारण सर्वेश्वर बिना बताये कभी घर से , कभी मार्बल गौदाम से रुपए ले जाकर कादर खान को देने लगा। सर्वेश्वर ने कादर खान को डेढ़ लाख रुपये घर से लाकर दिए। 1 लाख 83 हजार रुपए सर्वेश्वर ने उसके फोन से फोन पे किया। डेढ़ लाख रुपए सुगनाराम के फोन से फोन पे किया। दो लाख रुपए सर्वेश्वर को आरटीजीएस करवाने के लिए दिए वो भी कादर खान को दिए। इसके अलावा हमारे रिश्तेदार लालाराम चौधरी बान्द्रसिन्द्री वालो से 3 लाख रुपए 31 मार्च 2022 को लाए। तब सर्वेश्वर व कादर खान भी साथ बान्द्रसिन्द्री गया था। इस प्रकार सर्वेश्वर ने कादर खान को 10-12 लाख रुपए दे दिए।
नौकरी लगाने के नाम भी ऐंठे रुपए
कादर खान ने सर्वेश्वर को कहा कि उसकी पुलिस विभाग में अच्छी जान पहचान है। तेरे किसी मिलने वाले को नौकरी लगवाना हो तो बता देना। इस पर सर्वेश्वर ने हमारे गांव दो लडके छगन पुत्र रतन लाल व प्रहलाद पुुत्र उगमाराम से डेढ़ लाख रुपए लाकर दे दिए। उनको भी कादर खान ने ले लिए और न ही उनको नौकरी लगाया। इस प्रकार कादर खान ,लोकेन्द्र सिंह व आशिक खान द्वारा सर्वेश्वर को बुरी तरह से टार्चर करने व ब्लेकमेल करने के कारण लापता है और तीनो द्वारा टार्चर करने के कारण वह यह सुसाईड नोट लिखकर गया। सुसाईड नोट मिलने पर कादर खान को गौदाम पर बुलाया तो वह फिर कहने लगा कि सर्वेश्वर में 4 लाख रुपए मांगता हूं। सर्वेश्वर का एक चैक 9 लाख 85 हजार रुपए का भरकर बैंक में भी लगाया है। अत: कार्रवाई की जाए।
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