कंपनी में फायदे का झांसा देकर सात करोड़ बीस लाख रुपए की ठगी करने का मामला सामने में आया है। अजमेर के क्लॉक टावर थाने में पीड़ित ने मामला दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार, जीवत राम कॉलोनी, अजय नगर अजमेर निवासी महेन्द्र मनकानी ने क्लॉक टावर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। इसमें बताया कि उसकी आर. के. इलेक्ट्रिकल के नाम से उसरी गेट पर व्यवसाय है। उसके जीजा आत्माराम रोचानी दुबई में इलेक्ट्रिक तथा जनरल ट्रेडिंग का कार्य करते हैं। जिनका समस्त कार्य वह संभालता है एवं समस्त लेन देन की जानकारी है। आत्माराम रोचानी से शिखा ओझा ने राजकोट, गुजरात निवासी फिनेल पटेल तथा हिरेन पटेल उर्फ हिरेन पंसोरिया से परिचय करवाया तथा उन्हें शिवोत्री इपेक्स प्राईवेट लिमिटेड, ओपेरा पॉइंट, कोठारिया गेट के सामने, कोठारिया मेन रोड, राजकोट गुजरात के निदेशक बताया।
शिवोत्री इंपेक्स प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक फिनेल पटेल ने स्वयं की कम्पनी द्वारा भारत में फूड आईटम एक्सपोर्ट इंपोर्ट करने का कार्य बताते हुए स्वयं के व्यवसाय के लिए रुपयों की जरूरत बताते हुए आत्माराम रोचानी से रुपए की मांग की। साथ ही प्रस्ताव रखा कि उनके द्वारा दी गई राशि कम्पनी में कैपिटल के रूप में रहेगी। जिसके सम्बन्ध में आत्माराम को कम्पनी में साठ प्रतिशत की हिस्सेदारी दी जाएगी। शेष चालीस प्रतिशत कैपिटल राशि उपरोक्त दोनों निदेशकों की रहेगी। इस राशि से होने वाले लाभ में भी साठ प्रतिशत लाभांश आत्माराम का होगा। शेष चालीस प्रतिशत लाभांश में फिनेल तथा हिरेन हिस्सेदार होंगे। जिसके सम्बन्ध में सितम्बर 2021 में समस्त दस्तावेज तैयार करवा दिए जाएंगे।
फिनेल तथा हिरेन के प्रस्ताव तथा उनके बातों पर विश्वास करते हुए आत्माराम ने विभिन्न किश्तों में फिनेल तथा हिरेन को सात करोड़ बीस लाख रुपए आर.टी.जी.एस. जरिये चेक, कुछ नगद राशि, कुछ उनके द्वारा क्रय किए गए फूड आईटम के भुगतान तथा कुछ उनके द्वारा तैयार कूटरचित डीडी के भुगतान में दिए। सितम्बर 2021 में जब राजकोट पहुंच कर आत्माराम ने फिनेल तथा हिरेन से सम्पर्क किया।
15 चेक सौंपे
फिनेल ने होटल के प्रिंटर से कम्पनी का लैटर हैड निकालते हुए स्वयं की मालिकाना कम्पनी शिवोत्री इंपेक्स प्राईवेट लिमिटेड, ओपेरा पॉइंट, कोठारिया गेट के सामने, कोठारिया मेन रोड, राजकोट गुजरात के पास सात करोड बीस लाख रुपए इन्वेस्ट होना तथा वर्ष 2019 व 2020 में छः करोड़ बाईस लाख रुपए लाभ के रूप में स्वयं के पास होना स्वीकार करते हुए पत्र निष्पादित करते हुए हस्ताक्षर किए। फिनेल पटेल ने इस पत्र के जरिए यह भी स्वीकार किया कि वह सितम्बर माह के अन्त तक यह मूल राशि तथा लाभांश प्रतिशत प्रार्थी को सौंप देगा। इसके लिए फिनेल पटेल ने कुल 15 चेक सौंपे। जो 5 अक्टूबर को बैंक में लगाए। जो चेक खाते में पर्याप्त राशि नहीं होने के कारण डिस्ऑनर हो गए। इसके बाद जांच करने पर पता चला कि फिनेल ने धोखाधड़ी करते हुए कूटरचित दस्तावेजों से रुपए हड़पे और इस राशि से क्रय किए गए फूड आईटम तथा भूमि को खुर्दबुर्द कर दोनों ही अपने परिजनों के साथ देश छोड़कर भागने की तैयारी कर रहे है। अत: कार्रवाई की जाए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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