डीजीपी बोले- पेरेंट्स के अलावा कोई आपको क्यों टच करेगा:बच्चियों को गुड व बैड टच समझने की जरूरत, कहा- एक्शन का माध्यम आवाज दो अभियान

अजमेर6 महीने पहले
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डीजीपी उमेश मिश्रा पंहुचे अजमेर,आवाज दो अभियान में की शिरकत। - Dainik Bhaskar
डीजीपी उमेश मिश्रा पंहुचे अजमेर,आवाज दो अभियान में की शिरकत।

राजस्थान पुलिस के डीजीपी उमेश मिश्रा शुक्रवार को अजमेर पहुंचे। मिश्रा ने बोर्ड सभागार में आयोजित आवाज दो अभियान में शिरकत कर कार्यक्रम की शुरुआत की। कार्यक्रम में मंच पर उन्होंने संबोधित करते हुए कहां की बच्चियों को समझना पड़ेगा कि परिचित भी हो या अन्य कोई वह आपको गलत इरादे से टच करते हैं, तो आपको तुरंत उसे बताना चाहिए। इससे उन पर कार्रवाई की जा सके। वहीं, उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि रिश्ते में चाचा और भाई भी गंदा मंतव्य रखते हुए टच कर सकते हैं।उन्हें जागरूक होने की जरूरत है कि उन्हें पेरेंट्स के अलावा कोई क्यों टच करेगा।

शुक्रवार को डीजीपी उमेश मिश्रा राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सभागार में आयोजित आवाज दो अभियान में शिरकत करने के लिए पहुंचे। जहां, एसपी चुनाराम जाट, एसपी विकास सांगवान, वैभव शर्मा, प्रियंका रघुवंशी सहित अन्य अधिकारियों द्वारा स्वागत किया गया। स्वागत के बाद मिश्रा द्वारा आवास दो अभियान कार्यक्रम की शुरुआत की गई। कार्यक्रम में नगाड़ा वादक, अशोक शर्मा, कठपुतली सहित अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित हुए। इसके बाद प्रोग्राम में डीजीपी उमेश मिश्रा ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें आवाज दो अभियान कार्यक्रम के लिए बुलाया गया है। कार्यक्रम में उपस्थित हुए सभी बच्चों, अभिभावकों व टीचर्स सहित अधिकारियों का अभिनंदन करते हैं। उन्होंने कहा कि यह वास्तव में बहुत ही प्रेरणादायक कार्यक्रम है और वह समझते हैं की महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह बहुत सराहनीय प्रयास है। इस सराहनीय प्रयास में जिन्होंने योगदान देकर कार्यक्रम में पधारे हैं उन सभी को हार्दिक धन्यवाद और साधुवाद देते हैं।

कार्यक्रम में पुलिस विभाग के अधिकारी व कर्मचारी भी हुए शामिल।
कार्यक्रम में पुलिस विभाग के अधिकारी व कर्मचारी भी हुए शामिल।

एक्शन का माध्यम बनेगा आवाज दो अभियान

डीजीपी ने कहा कि स्पीक अप के सार्थक प्रयास से निश्चित रूप से एक चेतना व जागरूकता फैलेगी और उससे महिलाओं व बच्चियों के प्रति अपराध होते है और जो गलत नजरिया रखते हैं उनका पर्दाफाश होगा और उनके खिलाफ एक माहौल बनेगा और विधि के अंतर्गत उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा महिलाओं और बच्चों के साथ होने वाले अपराध एक बड़ी समस्या है। शरारती बच्चे इकट्ठे हो जाते हैं और पीछा करते हैं। इसमें बच्चियों को जानना जरूरी है कि उनके अधिकार क्या है।

उन्होंने कहा कि अगर कोई इस तरह का करता है, तो उनके खिलाफ एक्शन करवा सकती हैं और इस एक्शन का माध्यम बनेगा आवाज दो एप्प। उन्होंने कहा कि उन्हें काफी खुशी है कि इस एप्लीकेशन को 10 हजार लोगों ने डाउनलोड किया है और उन्हें लगता है कि आने वाले दिनों में इसे और डाउनलोड किया जाएगा। यह एप्प समाज में उन अपराधियों पर एंटी सोशल एलिमेंट्स के खिलाफ बनेगा।

प्रोग्राम में अलग-अलग स्कूलों के बच्चे भी शामिल हुए, जितेंद्र डीजीपी मिश्रा ने किया संबोधन।
प्रोग्राम में अलग-अलग स्कूलों के बच्चे भी शामिल हुए, जितेंद्र डीजीपी मिश्रा ने किया संबोधन।

बच्चियों को हो गुड और बैड टच की जानकारी

डीजीपी मिश्रा ने कार्यक्रम में शामिल हुई बच्चियों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी बच्चियों को अपने दिमाग में बैठना पड़ेगा कि जो परिचित भी हो या अन्य कोई वह आपको गलत इरादे से टच करते हैं तो आपको तुरंत उसे बताना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो साथी सहेलियां हैं, उनको भी देखना चाहिए कि कोई बच्ची गुमसुम रहती है, या तनाव में रहती है, तो क्यों और उससे उसका कारण पता करके रूठ कास्ट पर जाना चाहिए। कहीं उसे उसका परिचित ही परेशान कर रहा हो, उन्होंने कहा कि अगर वह परिचित भी है अगर वह किसी गलत इरादे से टच करता है, तो आपको गुड टच और बैड टच का अंतर समझना पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि पेरेंट्स के अलावा आपको कोई भी क्यों टच करेगा। उन्होंने कहा कि बहुत सारे उदाहरण आते हैं, कोई रिश्ते में चाचा या भाई हो सकते हैं। लेकिन उनका मंतव्य गंदा हो सकता है। तो बच्चों को ध्यान रखना पड़ेगा और सुनसान जगह पर जाने से बचना पड़ेगा और खुद के अंदर अवेयरनेस लाने की जरूरत है। इसके साथ ही शारीरिक और मानसिक शक्ति को लाने की भी जरूरत है।

बच्चे अपने आप को शत-शत महसूस करें

कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत में डीजीपी ने कहां की आवाज दो अभियान तत्कालीन आईजी एस सेगेथिर द्वारा की गई थी। जिसे वर्तमान में आईजी रूपेंद्र सिंह द्वारा बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह बहुत शानदार प्रोग्राम है, इस प्रोग्राम से चेतना व जागरूकता पहले कि उन्होंने कहा कि इस से पीड़ित बच्चियां सामने आएगी और अपनी पीड़ा बताएंगे। उन्होंने कहा कि यह एप्लीकेशन लॉन्च शोषण अपराध की तरफ बढ़ने वाले लोगों पर उचित इलाज करेगा और उनको कानून की शक्ति का उपयोग करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने कहा कि बच्चे अपने आप को शत-शत महसूस करें और उनको लगे पुलिस मित्र रूप में संरक्षण के रूप में काम करेगी। वह अपनी पीड़ा बता सके और पुलिस का अपना कर्तव्य है कि उसका रिस्पांस हो और जो भी ऑफेंस की ग्रेविटी हो उनके अनुसार लीगल रिस्पांस हो।