खिलाड़ियों से भरी ओवरलोड इनोवा कार बेकाबू होकर बिजली के पोल से टकरा गई। हादसे में एक खिलाड़ी की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गए। घायलों में 3 की हालत गंभीर बनी हुई है। सभी खिलाड़ी वॉलीबॉल मैच खेलने के लिए जा रहे थे। हादसा अजमेर के रामगंज इलाके में रविवार सुबह 9 बजे हुआ।
सीआई सतेंद्र नेगी ने बताया कि हादसा बकरा मंडी के पास हुआ। अजमेर के कोटड़ा स्थित सेंट्रल एकेडमी स्कूल की वॉलीबॉल टीम और कोच मैच खेलने के लिए मसूदा जा रहे थे। बाइक को बचाने के चक्कर में कार बिजली के पोल से टकराने के बाद तीन बार पलटी खा गई। चीख पुकार सुनकर मौके पर लोगों की खासी भीड़ जुट गई। लोगों ने कार में फंसे खिलाड़ियों को बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला। एक खिलाड़ी की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि घायल 10 को एंबुलेंस से जवाहर लाल नेहरू अस्पताल पहुंचाया। कार में 11 स्टूडेंट, कोच सहित 14 लोग सवार थे।
बिजनेसमैन के बेटे की मौत
हादसे में नौसर घाटी निवासी 16 साल के यश दिवाकर की मौत हो गई। यश के पिता कमलेश दिवाकर का पुष्कर में हैंडीक्राफ्ट का बिजनेस है। यश के एक छोटा भाई किट्टू (14) भी है।
इसी साल कराया 11वीं में एडमिशन
मृतक के चाचा विशाल ने बताया कि 10वीं तक यश डेगाना की स्कूल में पढ़ता था। इसी साल 11वीं में इसका एडमिशन कोटड़ा की सेंट्रल एकेडमी स्कूल में कराया था। स्कूल वाले ही उसे खेलने के लिए ले जा रहे थे। जब गाड़ी किराए पर ली थी तो स्कूल का टीचर ड्राइवर को हटाकर खुद गाड़ी कैसे चला सकता है।
स्कूल प्रशासन की लापरवाही से हादसा
विशाल ने बताया कि स्कूल प्रशासन की लापरवाही से हादसा हुआ। इसके लिए स्कूल प्रशासन जिम्मेदार है। स्कूल प्रशासन ने गाड़ी किराए पर मंगवाई। ड्राइवर साइड में बैठा था। स्कूल का टीचर नीरज ड्राइवर बना था। गाड़ी की स्पीड भी तेज थी। क्षमता से ज्यादा स्टूडेंट भरकर ले गए। ऐसे में पुलिस में स्कूल प्रशासन के खिलाफ रामगंज थाने में शिकायत दी है।
खंभे के कारण बच गई डेयरी
प्रत्यक्ष्रदर्शी बाबूनाथ ने बताया कि गाड़ी की स्पीड बहुत तेज थी। पास में ही डेयरी बूथ था। गनीमत रही कि गाड़ी पोल से टकराई। डेयरी बूथ व डेयरी वाला बच गया। वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
कोच ही चला रहा था कार
रामगंज थाना ASI मनीराम ने बताया कि गाड़ी स्कूल का कोच नीरज ही ड्राइव कर रहा था। उसे भी चोट लगी है और गंभीर हालत में हॉस्पिटल में भर्ती है। उन्होंने बताया कि जितेंद्र गुर्जर, हितेश, बलजीत, जतिन, अरविंद, देवेंद्र, दुविश को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। युवराज सिंह, अनुज, नीरज का इलाज चल रहा है।
बच्चों को रोडवेज बस से जाना था, कार से क्यों गए पता नहीं
सेंट्रल अकेडमी स्कूल प्रिंसिपल अजय सिंह ने बताया कि स्कूल से तीन टीमें भेजी गईं थीं। एक टीम अजमेर के लोकल स्कूल में ही जानी थी। दूसरी सावर गई। तीसरी मसूदा के लिए भेजी थी। जो टीम मसूदा जानी थी, उसको रोडवेज बस से जाना था। बच्चों को क्यों कार में लेकर जाया गया, ये पीटीआई के के होश में आने के बाद ही पता चलेगा. जो टीम रावर गई है, वो रोडवेज बस से ही गई है।
(फोटो-मोहन ठाड़ा)
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