अजमेर में बेवजह घूमने वालों को पकड़ कर क्वारैंटाइन करने के लिए घूघरा स्थित राजस्व प्रशिक्षण संस्थान (RRTI) के हॉस्टल में व्यवस्थाएं की गईं। यहां पहले दिन 25 कमरों की व्यवस्था कम पड़ गई, जिसे बढ़ा कर 57 कमरों में की गई। पुलिस की सख्ती का असर दिखा और 11 दिन बाद ही यह व्यवस्थाएं ज्यादा साबित होने लगी है। यहां 114 के रहने की व्यवस्था है और वर्तमान में यहां केवल 4 लोग रह रहे हैं। इसके पीछे का कारण पुलिस की सख्ती है, जिसके चलते बेवजह घूमने वालों पर अंकुश लगा।
पहले दिन पकडे़ थे 152 लोग, कल पकड़े 4
पुलिस की ओर से पहले दिन 3 मई को 152 लोगों को पकड़ा था और यहां पर 25 कमरों में 2-2 लोगों को ठहराने की व्यवस्थाएं की गई थी। ऐसे में जगह कम पड़ गई। बाद में यहां अन्य कमरे भी खोल कर इनकी संख्या 57 कर दी। ताकि जगह की कमी बाधा नहीं बने। लेकिन इसके बाद यहां पकड़कर लाने वालों की संख्या किसी भी दिन 62 से ज्यादा नहीं हुई। वर्तमान में हालात यह है कि 13 मई को केवल 4 लोगों को पकड़ कर यहां छोड़ा गया।
जांच के बाद हिदायत देकर छोड़ा गया
यहां पकड़कर क्वारैंटाइन किए जाने वाले लोगों की रोजाना RT-PCR जांच की जाती थी और इसके बाद नेगेटिव आने पर हिदायत देकर छोड़ दिया जाता था और पॉजिटिव आने पर संबंधित डिस्पेंसरी की निगरानी में होम आइसोलेट किया जाता था।
गौरतलब है कि पहले दिन 3 मई को 152, 4 मई को 44, 5 मई को 62, 6 मई को 24, 7 मई को 33, 8 मई को 44, 9 मई को 21, 10 मई को 23, 11 मई को 16, 12 मई को 19 व 13 मई को 4 लोगों को यहां पर क्वारैंटाइन किया गया।
बहाने ही ऐसे कि पुलिस काे विश्वास करना मजबूरी
इसमें कोई दो राय नहीं कि पुलिस की सख्ती के चलते बेवजह घूमने वालों पर अंकुश लगा, लेकिन यह भी सही है कि अभी भी कुछ लोग बेवजह घूम रहे हैं। लेकिन उनके पास बहाने ही ऐसे होते है कि पुलिस को विश्वास करना पड़ता है। लोगों की ओर से दवा लेने, वैक्सीन लगाने, चिकित्सक को दिखाने, फल सब्जी लेने, दूध लेने आदि के बहाने बनाए जाते है, ऐसे में पुलिस भी कुछ नहीं करती।
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