राज्य सरकार की ओर से जारी की गई नई गाइडलाइन से कई व्यापारिक संगठनों में असंतोष है। कलेक्ट्रेट पहुंचकर व्यापारियों ने त्यौहारी सीजन के मद्देनजर वर्तमान कोरोना प्रतिबंधों में सभी श्रेणी के प्रतिष्ठानों व दुकानों को खोलने की अनुमति देने की मांग की है। उनका कहना है कि अगर दुकानें नहीं खुलेंगी तो उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो जाएगा। जो दुकानें खुली हैं, उससे भीड़ ज्यों की ज्यों है, वर्तमान में लागू लॉकडाउन अव्यवहारिक है।
सर्राफा व्यवसायी, कपड़ा व्यवसायी, रेडीमेड होजरी, बर्तन व्यापारियों के शिष्टमंडल की ओर से अलग-अलग सौंपे ज्ञापन में बताया गया कि जब सरकार ने किराना, सब्जी, डेयरी आदि दुकानों को खोलने की अनुमति देने के साथ शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी है तो अन्य व्यवसाय करने वालों के यहां तो ग्राहकी भी कम रहती है। उनको भी दुकान व कार्यालय खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए। इस दौरान भले ही कोरोना गाइडलाइन की सख्ती से पालना कराई जाए। वे कोरोना गाइडलाइन की पालना में प्रशासन का पूरा सहयोग करेंगे।
सुझाव के साथ सौंपा ज्ञापन
ब्यावर चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की ओर से उपखंड अधिकारी ब्यावर को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया। सचिव पवन जैन ने बताया कि वर्तमान में राज्य सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए 19 अप्रैल 2021 से लगाए गए प्रतिबंधों से अधिकांश व्यापारियों के ऊपर आर्थिक संकट मंडरा गया है। ऐसे में भले ही सख्ती के साथ लेकिन दुकानें खोलने की अनुमति दी जाए।
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