मजदूर के नाम पर बनाई 2 कंपनियां:नौकरी का झांसा देकर लिए डॉक्यूमेन्ट, इनकम टैक्स के नोटिस से पता चली धोखाधड़ी

अजमेर4 महीने पहले
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बिजयनगर थाना पुलिस जांच में जुटी - Dainik Bhaskar
बिजयनगर थाना पुलिस जांच में जुटी

अजमेर में एक मजदूर युवक के साथ नौकरी के नाम पर दस्तावेज लेकर धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। युवक को जब इनकम टेक्स डिपार्टमेन्ट का नोटिस मिला तो पता चला कि उसके नाम से दो कंपनियां है और टेक्स जमा नहीं कराया गया। पीड़ित ने बिजयनगर थाने में दो जनों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

लोरडी निवासी चेतनप्रकाश पिता धर्मीचन्द रेगर (28) ने रिपोर्ट देकर बताया कि वह कृषि मण्डी रोड बिजयनगर निवासी दिनेश पुत्र पारसमल जैन (चौरडिया) के पास कुलर, लाईट फिटिंग, मजदूरी का काम करता था। करीब 4 साल तक कार्य करता था। वहां दिनेश ने उसकी मुलाकात यश पुत्र रूपचन्द्र अजमेरा से करवाई। दोनों ने उसे नौकरी दिलाने के बहाने से पेन कार्ड, आधार कार्ड, फोटो, विद्यालय रेकार्ड व कुल तीन चैक हस्ताक्षर शुदा लिए। इसके बाद खाते में 5 लाख रुपए डाले, जिनको चैक से वापस ले लिए।

यश ने उसे नौकरी दिलाने के बहाने मुम्बई बुलाया। वहां 40 हजार मासिक वेतन देने का आश्वासन देकर एक आफिस में ले गया। वहां फोटो खींची तथा वहां पर कुछ कागजों पर साइन करा फाइल तैयार की। होटल में दो दिन रूकने के बाद कहा कि अभी काम नहीं है। काम की जरूरत होने पर कॉल करके वापिस बुला लूंगा। हर महिने वेतन मिलता रहेगा और यह भी कहा कि स्थाई रहने पर 40 हजार प्रतिमाह कर दिए जाएंगे। करीब 4 माह तक करीब 50 हजार रुपए एकाउट में डाले। उसके बाद तनखाह देना बन्द कर दिया। उसके बाद ना ही उसका कॉल आया और ना ही उसने बात की।

तीन साल बाद 15 दिसम्बर, 20 दिसम्बर व 25 दिसम्बर 2022 को नोटिस प्राप्त हुए। आयकर विभाग के अधिकारी उदयपुर से उसके निवास पर आए और पूछने पर पता चला कि उसके नाम से दो कम्पनियां चल रही है। जिसका टैक्स बकाया है। जब दिनेश से इस बारे में पता किया तो उसने बताया कि कागज कम्पनी में लगा रखे है और उनका नाम नहीं आना चाहिए। वरना अच्छा नहीं होगा। इन दोनों ने नौकरी दिलाने के बहाने दस्तावेज लेकर धोखाधडी करते हुए कम्पनी बनाई। बिजयनगर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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नशीली दवा मामले में दो करोड़ रुपए मांगने वाली एसओजी की एएसपी (अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक) दिव्या मित्तल ने शिकायतकर्ता को पैसे नहीं देने पर उसे जेल भेजने की धमकी दी। यहां तक कि दो करोड़ रुपए मांगने से पहले शिकायत कर्ता को एस्कोर्ट कर उदयपुर के नेचर हिल रिसोर्ट ले जाया गया और कमरे में ले जाने से पहले उसके जैकेट व जूते तक उतरवा लिए गए और गहन तलाशी ली। इसके बाद उससे दो करोड़ रुपए की डिमांड की गई, नहीं देने पर जेल भेजने के लिए धमकाया गया। कहा- 'मुझे ऊपर तक पैसे देने पड़ते हैं। आप पैसे दोगे तो ठीक रहेगा। वरना जेल जाना पड़ेगा।' (पूरी खबर पढ़ने के लिए करें क्लिक)