भारत कहेंगे, इंडिया नहीं:सभी धर्मों के प्रतिनिधियों ने लिया संकल्प, एकता व अखंडता बनाए रखने का आवाहन

अजमेर4 महीने पहले
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जवाहर रंगमंच में हुआ आयोजन एक शाम भारत के नाम।

अजमेर में ऑल इंडिया सूफी सज्जानशीन काउंसिल की मेजबानी में रविवार को हुए एक शाम भारत के नाम सर्वधर्म सभा सर्व संगठन कार्यक्रम में देश को भारत ही कहने का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम में सभी धर्मों के प्रतिनिधियों ने देश की एकता और अखंडता को कायम रखने का आह्वान किया। जवाहर रंगमंच पर आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न धर्मगुरुओं के साथ ही आम लोगों ने भी शिरकत की। दरगाह दीवान जैनुअल आबेदीन ने भी एकता और अखंडता के लिए मिलकर चलने की बात कही।

कार्यक्रम संयोजक दरगाह दीवान के बेटे नसीरुद्दीन ने कार्यक्रम रूपरेखा की जानकारी देते हुए बताया कि हम राजनीतिक पार्टी से नहीं है लेकिन जो भी हुकूमत होगी, उसके साथ चलना ही पड़ेगा। तभी मुल्क का विकास होगा और हम सब का भी इस कार्यक्रम को लेकर 30 जुलाई को दिल्ली में कॉन्फ्रेंस की गई थी। देशभर में 40 जगह इस तरह की कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। अजमेर में इसका समापन था हबीबुर्रहमान नियाजी ने कहा कि यह शहर सभी धर्मों का गुलदस्ता है। हमें भारतीय होने पर गर्व है।

इस देश में बसते हैं सभी संप्रदाय

सिख समुदाय के जेएस सोखी ने कहा कि अजमेर का परिचय देते समय दरगाह और ब्रह्मा मंदिर का जिक्र किया जाता है। यहां का चर्च और पुष्कर का गुरुद्वारा भी ऐतिहासिक है। जैन धर्म का भी यहां ऐतिहासिक स्थल है। यहां सुबह अजान, आरती, शब्द कीर्तन और चर्च में प्रेयर होती है। इस सद्भाव को देश के अन्य हिस्सों में ले जाने का प्रयास यह कार्यक्रम है। जैन तीर्थ नारेली के पुजारी सुखांत महाराज ने कहा कि हम चाहते हैं कि हर शाम भारत के नाम रहे। यह एक ऐसा देश है, जिसमें सभी संप्रदाय शामिल हैं। पूरी पृथ्वी ही पर जन्म लेने वाले हमारे भाई हैं। अजमेर में प्यार की गंगा बहती है।