CM अशोक गहलोत की चादर हुई पेश:संदेश में कहा- मजहब के नाम पर हो रही समाज को कमजोर करने की साजिश

अजमेर2 महीने पहले
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ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 811वें उर्स में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की चादर हुई पेश।

विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 811वें उर्स में बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से चादर पेश की गई। मुख्यमंत्री गहलोत की चादर लेकर राजस्थान वक्फ बोर्ड के चेयरमैन खानू खान बुधवाली लेकर के अजमेर दरगाह पहुंचे। चादर पेश करने के बाद बुलंद दरवाजे पर मुख्यमंत्री गहलोत का संदेश पढ़ा गया। गहलोत ने अपने संदेश में कहा कि मैं इस मुबारक मौके पर ख्वाजा गरीब नवाज के आस्ताने पर खिराजे अकीदत पेश करता हूं। साथ ही उर्स मुबारक के मौके पर यहां तशरीफ लाने वाले तमाम जायरीन का इस्तकबाल करते हुए उर्स की कामयाबी के लिए दुआ करता हूं।

बुधवार को 811वें उर्स के मौके पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की चादर लेकर राजस्थान वक्फ बोर्ड के चेयरमैन खानूखान बुधवाली, पूर्व मंत्री नसीम अख्तर सहित कांग्रेस के कई नेता दरगाह में पहुंचे। दरगाह पहुंचने पर दरगाह कमेटी की ओर से उनका स्वागत किया गया। स्वागत के बाद सभी मुख्यमंत्री की चादर लेकर दरगाह में प्रवेश हुए और चादर व अकीदत के फूल पेश किए गए। चादर पेश कर सभी ने देश व प्रदेश में अमन चैन शांति भाईचारा बना रहे इसे लेकर के दुआ की है। दरगाह कमेटी की ओर से सभी के दस्तारबंदी कर तबर्रुक भेंट किया गया। मुख्यमंत्री की चादर पेश करने के दौरान अजमेर जिला पुलिस की ओर से सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए।

बुलंद दरवाजे पर पढ़ा गया मुख्यमंत्री का संदेश

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बुलंद दरवाजे पर संदेश पढ़ा गया। मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने संदेश में कहा कि मुझे खुशी है कि इस साल वली उल हिन्द सूफी हजरत ख्वाजा मुईनुद्दीन हसन चिश्ती (रहमतुल्लाह अलैह) गरीब नवाज का 811वां उर्स मुबारक मनाया जा रहा है। हिन्दुस्तान की सरजमीं को हजरत ख्वाजा मुईनुद्दीन हसन चिश्ती (र.अ.) गरीब नवाज जैसे ओलियाओं ने हमेशा खुदाई खिदमत और रुहानी तालीमात से दुनिया को फैजयाब किया है। गरीब नवाज ने समाज के कमजोर, गरीब और बेसहारा लोगों की खिदमत करने, एक-दूसरे के साथ आपसी भाईचारा कायम रखने, मुल्क की बेहबूदी और परवरदिगार की इबादत करने पर जोर दिया।

आज के दौर में जब मजहब के नाम पर समाज को कमजोर करने की कोशिशें की जा रही हैं, तब ख्वाजा गरीब नवाज का कौमी यकज़हती का पैगाम और भी ज्यादा मौजू हो जाता है। ख्वाजा गरीब नवाज जैसी अजीमुश्शान हस्ती के आस्ताने पर न सिर्फ हिन्दुस्तान बल्कि दुनिया के दीगर मुल्कों से भी सभी मजहबों के जायरीन उर्स के मौके पर अकीदत के साथ अपनी मन्नत लेकर तशरीफ लाते हैं। मुझे उम्मीद है उर्स मुबारक के मौके पर आने वाले तमाम जायरीन गरीब नवाज की रूहानी तालीमात हासिल कर अमन, चैन, खुशहाली और भाईचारे का पैगाम दूर-दूर तक फैलाएंगे। मैं इस मुबारक मौके पर ख्वाजा गरीब नवाज के आस्ताने पर खिराजे अकीदत पेश करता हूं। साथ ही उर्स मुबारक के मौके पर यहां तशरीफ लाने वाले तमाम जायरीन का इस्तकबाल करते हुए उर्स की कामयाबी के लिए दुआ करता हूं।