MDSU में भूख हड़ताल पर बैठे महासचिव की बिगड़ी तबीयत:विभिन्न मांगों को लेकर छात्रसंघ पदाधिकारी दे रहे धरना, एबीवीपी ने दी चेतावनी

अजमेर7 महीने पहले
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एमडीएस यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ पदाधिकारियों की भूख हड़ताल के दौरान महासचिव के बिगड़ी तबीयत। - Dainik Bhaskar
एमडीएस यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ पदाधिकारियों की भूख हड़ताल के दौरान महासचिव के बिगड़ी तबीयत।

अजमेर की एमडीएस यूनिवर्सिटी में छात्र संघ के चारों पदाधिकारियों की भूख हड़ताल के दौरान मंगलवार देर शाम महासचिव की तबीयत बिगड़ गई। जिसे उपचार के लिए जेएलएन हॉस्पिटल भिजवाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद सभी छात्र नेता सिविल लाइंस थाने पहुंचे और थाना प्रभारी से वार्ता करने के बाद वापस धरना स्थल पर जाकर बैठ गए। वहीं, छात्र नेता की तबीयत बिगड़ने की सूचना पर एबीवीपी के पदाधिकारी भी पहुंचे और उन्होंने यूनिवर्सिटी प्रशासन को जल्द मांगे पूरी करने की चेतावनी दी है।

दरअसल, एमडीएस यूनिवर्सिटी के छात्र संघ के चारों पदाधिकारियों ने काम नहीं होने से नाराज होकर सोमवार से यूनिवर्सिटी में भूख हड़ताल शुरू कर दी। जिसमें यूनिवर्सिटी छात्रसंघ अध्यक्ष महिपाल गोदारा, उपाध्यक्ष मुकेश मुंदलिया, महासचिव अंकित शर्मा और संयुक्त सचिव संस्कृति दाधीच शामिल है। मंगलवार देर शाम दूसरे दिन भूख हड़ताल के दौरान महासचिव अंकित शर्मा की तबियत बिगड़ गई। जिसके बाद एंबुलेंस के जरिए अंकित को जेएलएन हॉस्पिटल भिजवाया।

जहां, हॉस्पिटल में उसे प्राथमिक उपचार दिया गया। सूचना मिलते ही सिविल लाइन थाना पुलिस भी हॉस्पिटल पहुंची और सभी छात्र नेताओं का मेडिकल करवाया। मेडिकल के बाद सभी छात्रसंघ पदाधिकारियों के साथ ही एबीवीपी महानगर मंत्री विकास गोरा व छात्र नेता आशुराम डूकिया सिविल लाइन थाने पहुंचे और थाना प्रभारी दलबीर सिंह से वार्ता की गई। वार्ता के बाद सभी छात्रसंघ पदाधिकारी व नेता वापस धरना स्थल पर पहुंचे और भूख हड़ताल जारी रखी।

सिविल लाइंस थाने में थाना प्रभारी से वार्ता करते एबीवीपी के पदाधिकारी वह छात्र संघ नेता।
सिविल लाइंस थाने में थाना प्रभारी से वार्ता करते एबीवीपी के पदाधिकारी वह छात्र संघ नेता।

शैक्षणिक संस्थान बंद कराने की दी चेतावनी

एबीवीपी के महानगर मंत्री विकास गोरा ने बताया कि यूनिवर्सिटी के छात्र संघ पदाधिकारी विभिन्न मांगों को लेकर यूनिवर्सिटी के गेट पर भूख हड़ताल कर धरने पर बैठे हैं। पूर्व में भी मांगों को लेकर अवगत करवाया गया लेकिन मांगे पूरी नहीं हुई। जिसके बाद एबीवीपी के पदाधिकारियों ने आंदोलन का रूख अपनाया। मंगलवार देर शाम महासचिव की तबीयत बिगड़ गई। इस दौरान यूनिवर्सिटी प्रशासन की लापरवाही देखी गई। छात्रसंघ नेता की तबीयत खराब होने के बावजूद भी यूनिवर्सिटी का प्रतिनिधि अस्पताल नहीं पहुंचा। गोरा ने चेतावनी दी है कि अगर छात्र संघ नेताओं की मांगें जल्द पूरी नहीं हुई तो एबीवीपी की ओर से पूरे शहर के शैक्षणिक संस्थाओं को बंद करवाया जाएगा और इस आंदोलन को बड़ा रूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक मांगे पूरी नहीं होगी इसी तरह भूख हड़ताल जारी रहेगी।

यह है प्रमुख मांगे

  • विश्वविद्यालय में प्रोफेसर अब बहुत कम रह गए हैं। इसलिए विश्वविद्यालय में विद्या सम्बल योजना लागू की जाए।
  • विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग की कार्यशैली निराशाजनक है। बीए पार्ट तृतीय और बीएएसी पार्ट तृतीय का परिणाम जारी हुए कई दिन चुके हैं। लेकिन अब तक विद्यार्थियों को ऑरिजनल मार्कशीट नहीं मिली है।
  • विश्वविद्यालय के वॉलीबॉल, बास्केट बॉल, टेनिस कोर्ट और क्रिकेट ग्राउंड की मरम्मत की जाए। निदेशक शारीरिक का पद भरा जाए।
  • गार्गी छात्रावास की चारदीवारी का पुनर्निर्माण किया जाए। अवकाश पर रहने के दौरान भी छात्राओं से भोजन का 150 रुपए शुल्क वसूला जा रहा है। इसे बन्द किया जाए।
  • सम्पूर्ण विश्वविद्यालय परिसर में सीसीटीवी लगाए जाएं, वाई फाई की क्षमता बढ़ाई जाए, जिम खोली जाए, खण्डित इमारतों की मरम्मत की जाए।
  • विश्वविद्यालय के सभी विभागों में प्रतिवर्ष शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन किया जाए। विश्वविद्यालय का एक भी जनरेटर चालू हालत में नहीं है। इन्हें दुरुस्त कराया जाए।
  • यूजीसी की नई शिक्षा नीति 2022-23 के तहत एकसाथ दो डिग्री करने की नीति को विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द लागू करे।