अजमेर में घर से सेंपल लेकर कोविड जांच करने के मामले में वसूली करने का मामला प्रकाश में आया है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने तीन जनों को ढाई हजार रुपए के साथ गिरफ्तार किया है। इसमें एक इंटर्नशिप कर रहा छात्र और दो संविदा पर डिस्पेंसरी में काम कर रहे कार्मिक शामिल हैं। छात्र ने खुद को जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय का कंपाउंडर बताया था। ACB तीनों से पूछताछ कर रही है।
पुलिस अधीक्षक समीर सिंह ने बताया कि पटेल नगर, तोपदड़ा, अजमेर निवासी तरुण अग्रवाल ने शिकायत दी थी कि महादेव नगर पुलिस लाइन, अजमेर निवासी सावन राठौड़ ने खुद को जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय अजमेर में सरकारी कंपाउंडर होना बताया। इसने परिवादी व उसके परिवार के अन्य दो सदस्यों के घर पर जाकर कोविड की जांच के लिए तीन सेंपल लेकर JLN हॉस्पिटल अजमेर से सेंपल की जांच कर रिपोर्ट करवाने की एवज में प्रति सदस्य एक हजार रुपए की मांग की। बाद में तीनों सदस्यों के राउंड फिगर में 2500 रुपए पर सौदा तय हुआ। इस शिकायत का सत्यापन किया गया।
यूं पकड़े गए
जाजू नर्सिंग कॉलेज अजमेर में इंटर्नशिप कर रहे सावन राठौड़ अपने एक साथी अजमेर पुलिस लाइन डिस्पेंसरी के संविदा कर्मी और महादेव नगर पुलिस लाईन अजमेर निवासी राजकुमार के साथ परिवादी के निवास स्थान पर पहुंचा और परिवादी व उसके परिवार के सदस्यों के तीन सेंपल लिए। जांच जांच करवाने की एवज में परिवादी से 2500 रुपए लिए। इस पर पहले से ACB ने दोनों को पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपी ने यह सैम्पल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गुलाब बाडी, अजमेर के संविदा कर्मी कम्प्यूटर ऑपरेटर टावर रोड़ सुभाष नगर अजमेर निवासी नवीन डामोर को देना तथा इस कार्य के लिए प्रति सेंपल 200 रुपए देना बताया। इस पर तीनों को ACB ने पकड़ लिया। ACB तीनों से पूछताछ कर रही है।
ACB टीम में ये रहे शामिल
यह कार्रवाई अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतनाम सिंह के सुपरविजन में ACB के उप अधीक्षक अनूप सिंह, हैडकांस्टेबल युवराज सिंह, कैलाश चारण, शिव सिंह, राजेश, सुरेश शामिल थे।
जांच के बाद होगा खुलासा
ACB के उप अधीक्षक अनूप सिंह ने बताया कि इन युवकों की ओर से लिए गए सेंपल कैसे जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय पहुंचते थे और इसमें किस किस की मिली भगत है। साथ ही अब तक कितने लोगों से इन आरोपियों ने वसूली की है। इस संबंध में जांच की जा रही है।
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