अजमेर सहित जिलेभर में रामनवमी से शुक्र ग्रह उदय के साथ शादियों की शुरुआत हो गई है। हालांकि अबूझ सावा आखातीज अगले माह है, लेकिन इस माह भी करीब पांच सौ से ज्यादा शादियां हो रही हैं। वर्तमान में चल रहे जन अनुशासन पखवाडे़ में जारी की गई पाबंदियों के मुताबिक शादी में 50 से ज्यादा लोग शामिल नहीं हो सकेंगे।
इन शादियों में कोरोना गाइडलाइन की पालना हो, इसके लिए प्रशासन ने ग्राम पंचायत स्तर से लेकर जिला स्तर के अधिकारियों को नजर रखने के निर्देश जारी किए हैं। साथ ही गाइडलाइन उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि अप्रैल, मई, जून और जुलाई में करीब 50 शादी के सावे हैं।
शादियों की तैयारियां हैं फीकी
रामनवमी पर बुधवार से शादियों की शुरुआत हो चुकी है। इस महीने भी कईं मुहूर्त हैं और अगले महीने अबूझ सावा खातीज और पीपल पूर्णिमा है। आगामी 18 जुलाई को भी बड़ल्या नवमी का अबूझ मुहूर्त है। कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन के कारण शादियों का यह सीजन फीका ही है। कपडे़, बर्तन, सोने चांदी की दुकानें, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि की दुकानें बंद हैं और ऐसे में तैयारियों में ही परेशानी हो रही है।
कइयों ने की स्थगित, हो रही परेशानी
कोरोना गाइडलाइन के कारण कइयों ने अपनी शादियां स्थगित कर दी है और बंदिश खत्म करने पर करेंगे। वहीं जिनकी शादियां है, उनको तैयारियां करने में ही परेशानी हो रही है। एक तरफ पचास से ज्यादा लोगों को बुलाने की बंदिश है तो दूसरी तरफ शादी की तैयारियों से जुड़ी दुकानें बंद हैं।
कलेक्टर ने जारी किए आदेश
जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने सभी उपखण्ड अधिकारियों, राजस्व अधिकारियों और इंसीडेन्ट कमाण्डरों को आदेश जारी किए हैं कि 21 अप्रैल से शुरू हो रहे शादियों के सीजन में समारोह स्थल एवं अन्य स्थानों पर विवाह समारोहों में कोरोना गाइडलाइन की पालन सुनिश्चित करें। शादी समारोह में 50 से ज्यादा व्यक्ति पाए जाने पर आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई करें और जुर्माना वसूलें। बिना सूचना के शादी या अन्य किसी प्रकार का समारोह आयोजित होने पर आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए समारोह स्थल को भी सीज करें।
व्यापारी कर रहे हैं दुकानें खाेलने की मांग
इन शादियों के सीजन के चलते व्यापारी दुकानें खोलने की मांग प्रशासन से कर चुके हैं। विभिन्न व्यापारिक संगठनों की ओर से ज्ञापन देकर मांग की गई है कि जब शराब और किराने की दुकानें खोली जा सकती है तो उनकी दुकानों पर तो ग्राहकों की भीड़ इससे कम ही रहती है, ऐसे में दुकानें खोलने की अनुमति दी जाए।
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