दुकानाें से खरीदारी करने के बाद ऑनलाइन पेमेंट का झांसा देकर ठगी की कई वारदातें कर चुका शातिर अभिमन्यू सिंह बड़े ऑनलाइन फ्राॅड की साजिश पर काम कर रहा था, लेकिन क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस की सजगता से उसकी साजिश नाकाम हाे गई। थाना प्रभारी डाॅ. रविश सामरिया के अनुसार आराेपी अभिमन्यू सिंह मूल रूप से इलाहाबाद का निवासी है, पिछले लंबे समय से क्रिश्चियन गंज थाना इलाके में अरावली डाेम्स फ्लेट में किराए से रह रहा है।
आराेपी काे मंगलवार काे अदालत के आदेश से जेल भेज दिया गया है। तफ्तीश में सामने आया है कि उसने प्रतिष्ठित प्राइवेट बैंक का फर्जी एप बनाकर माेबाइल में डाउनलाेेड कर रखा था, इसके माध्यम से वह ट्रायल के ताैर पर दुकानाें से खरीदारी कर ऑनलाइन पेमेंट करने का झांसा देकर ठगी की वारदातें कर रहा था, उसकी साजिश बड़ी ऑनलाइन ठगी करने की थी, लेकिन उसे समय रहते गिरफ्तार कर लिया गया। थाना प्र्रभारी सामरिया ने आमजन और व्यापारियाें से अपील की है कि सजगता और सावधानी से ऑनलाइन ठगी की वारदाताें से बचा जा सकता है।
छाेटी वारदाताें में कामयाब हाेने से हाैसले थे बुलंद
क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस की गिरफ्त में फंसे ऑनलाइन ठग इलाहाबाद निवासी अभिमन्यू सिंह गारमेंटस और अन्य उत्पादाें की ऑनलाइन मार्केटिंग करता था। उसने पहले दुकानदाराें से ऑनलाइन ठगी की छाेटी-छाेटी वारदातें कर अपने माेबाइल में डाउनलाेड बैंक के फर्जी एप काे जांचा था, उसकी प्लानिंग लाखाें रुपए की ऑनलाइन ठगी करने की थी। एसपी विकास शर्मा के निर्देश पर जिले भर में पुलिस ऑनलाइन ठगी और साइबर क्राइम पर अंकुश लगाने के लिए प्राथमिकता से काम कर रही है। इसके तहत क्रिश्चियन गंज थाना प्रभारी डा. रविश सामरिया ने सीओ प्रियंका रघुवंशी के निर्देश पर साइबर क्राइम की तफ्तीश के लिए विशेष टीम गठित की थी।
पिछले दिनाें लाेहागल इलाके के दुकानदार सुरेश ने शिकायत दर्ज कराई थी कि एक युवक ने उसकी दुकान से 450 रुपए का सामान खरीदा था, लेकिन बाद में उसने कहा कि वह पर्स घर भूल आया है, इसलिए ऑनलाइन पेमेंट करना चाहता है। युवक ने दुकान पर लगे क्यूआर काेड काे स्केन किया और तुरंत उसे एक मैसेज दिखाया जिसमें 450 रुपए का भुगतान सफल लिखा था। बाद में रात काे उसने अपना खाता चेक किया ताे उक्त युवक का पेमेंट प्राप्त नहीं हाेना पाया।
इसि शिकायत पर क्रिश्चियन गंज थाना टीम ने गहनता से तफ्तीश कर आराेपी इलाहाबाद निवासी अभिमन्यू सिंह काे गिरफ्तार कर कई लाेगाें काे ऑनलाइन ठगी का शिकार हाेने से बचाया था। आराेपी ने पूछताछ में कबूल किया कि उसने जनाना अस्पताल के निकट इलेक्ट्राेनिक्स आइटम की दुकान, सब्जी किराने की दुकान, वैशाली नगर में गुप्ता पान की दुकान के पीछे इलेक्ट्राेनिक्स आइटम की दुकान, नयाबाजार में कपड़े की दुकान, पड़ाव इलाके में किराने की दुकान, मदार रेलवे स्टेशन के पास किराने की दुकान पर वारदात की है।
यह था शातिराना तरीका
आराेपी अभिमन्यू ने प्रतिष्ठित बैंकाें के नाम से फर्जी एप माेबाइल में डाउनलाेड कर रखा है। आराेपी दुकान से सामान खरीदने के बाद पर्स घर भूलने का बहाना कर दुकानदार काे ऑनलाइन पेमेंट करने की मंशा जाहिर करता था। दुकान के क्यूआर काेड काे अपने माेबाइल से स्केन कर फर्जी स्क्रीन शाॅट दिखाता था, जिसमें पेमेंट हाेने का मैसेज हाेता था। इससे दुकानदार भ्रमित हाे जाते थे। आराेपी सामान ले जाता था।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.