अजमेर के संत फ्रांसिस अस्पताल के डॉक्टर व प्रबंधक के खिलाफ लापरवाही पूर्वक इलाज कर मृत्यु कारित करने का मामला सामने आया है। मृतका की मां की रिपोर्ट पर क्लॉक टावर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गुर्जरवास अजयनगर अजमेर निवासी कल्पना कलवानी पत्नी दिलीप कलवानी ने रिपोर्ट देकर बताया कि उसकी पुत्री प्रांजल कलवानी जिसे सामान्य बुखार होने पर संत फ्रासिस अस्पताल के डॉ. अनिल राठी को 28 अक्टूबर 2021 को अस्पताल में दिखाया गया।
राठी ने उसकी पुत्री को सामान्य बुखार होने व जल्द ही ठीक होने का भरोसा दिलाया और दवाइयां लिखी। जो कि डॉ. अनिल राठी के सलाह अनुसार दी गई। इसके बावजूद तबीयत में सुधार नहीं होने पर 29 अक्टूबर 2021 को फिर राठी को दिखाया। जिस पर जांच कराने के लिए बोला और 8500 रुपए जांच के लिए जमा कराए। जांच रिपोर्ट देकर अगले दिन बुलाया। डेंगू बताते हुए भर्ती कर लिया। बाद में अन्य जांचे कराते हुए ब्लड भी चढ़ाया गया। आरोप है कि डॉ. राठी ने बेटी की गम्भीर स्थिति होने के बावजूद लापरवाही पूर्वक अस्पताल में भर्ती रखा एंव कोई विशेष ईलाज नहीं दिया गया।
जब तबीयत अत्यधिक खराब होने लगी तो राठी ने अपने आपको बचाने के लिए हालात गंभीर बता दी। जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में ले जाने के लिए बोला। इस पर 31 अक्टूबर 2021 को पुत्री प्रांजल को जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां डॉक्टरों ने स्थिति अत्यंत गंभीर बताई और ईलाज प्रारंभ किया। 2 नवम्बर की रात्रि दो बजे उसकी मौत हो गई।
अत: डॉक्टर व प्रबन्धक के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाए। पुलिस में शिकायत की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। बाद में न्यायालय में परिवाद पेश किया। न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने मामला दर्ज किया। मामले की जांच एएसआई दयानंद शर्मा को सौंपी गई है।
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