नसीराबाद नगरपालिका चेयरमैन उपचुनाव में भाजपा जीती:भाजपा के दो पार्षदों ने नहीं किया वोट, कांग्रेस के 3 पार्षदों ने की क्रॉस वोटिंग

अजमेर7 महीने पहले
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अनिता मित्तल जीती। - Dainik Bhaskar
अनिता मित्तल जीती।

प्रदेश की सबसे छोटी नगरपालिका में शुमार नसीराबाद नगरपालिका के चेयरमैन पद के उपचुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच हुए रोमांचक मुकाबले व शह व मात के खेल के बीच भाजपा ने बाजी मारते हुए अध्यक्ष पद पर कब्जा कर जीत का परचम लहराया। उपचुनाव के लिए आयोजित मतदान में कुल 20 निर्वाचित पार्षदों में से 18 पार्षदों ने मतदान किया तथा भाजपा के 2 पार्षद मतदान के लिए नहीं पंहुचे। मतदान के बाद निर्वाचन अधिकारी एसडीएम अंशुल आमेरिया ने चुनाव परिणामों की घोषणा करते हुए बताया कि मतदान में भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी अनीता मित्तल को 10 मत और कांग्रेस की ऋटुका सोनी को 8 मत प्राप्त हुए। जिस पर भाजपा की अनीता मित्तल को विजयी घोषित किया गया।

गुरुवार को नगरपालिका के अंबेडकर भवन पर सुबह 10 बजे से प्रारंभ हुई मतदान प्रक्रिया में कांग्रेस के 7 पार्षद और भाजपा के वार्ड 14 के पार्षद संदीप गुर्जर पूर्व विधायक महेंद्रसिंह गुर्जर और अशोक गुर्जर के साथ बाड़ेबंदी में से सुबह 10:30 बजे ही वोट डालने पंहुच गए थे। इसके बाद लगभग 1 घंटे बाद भाजपा के सात पार्षदों ने विधायक रामस्वरुप लांबा के साथ आकर वोट डाला। लगभग 12:30 बजे कांग्रेस की पूर्व चेयरमैन शारदा मितलवाल व कांग्रेस की वार्ड 8 की पार्षद नगमा आरा ने पूर्व विधायक रामनारायण गुर्जर व नगर वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष असलम सदर के साथ पंहुचकर वोट डाला और अंत में कांग्रेस के प्रदीपसिंह राठौड़ ने मतदान स्थल पर पंहुचकर वोट डाला। भाजपा पार्षद अंकुश चौधरी और अफसाना बानो मतदान के निर्धारित समय दोपहर 2 बजे तक भी मतदान के लिए नहीं पंहुचे।

जिस पर समय समाप्त होने पर मतगणना कर परिणामों की घोषणा की गई। गौरतलब है कि वर्तमान में पालिका बोर्ड में भाजपा के 10 पार्षद, कांग्रेस के 9 और 1 निर्दलीय पार्षद शारदा मितलवाल है जिसने कांग्रेस को समर्थन दे रखा है। जिसके चलते दोनों ही दलों के पास 10-10 पार्षद थे। लेकिन इनमें से भाजपा के 2 पार्षद मतदान के लिए नहीं पंहुचे और भाजपा का एक पार्षद संदीप गुर्जर कांग्रेस पार्षदों के साथ उनके वाहन में मतदान के लिए पंहुचा था लेकिन उसके बावजूद कांग्रेस को मात्र 8 वोट ही मिले जिससे स्पष्ट है कि कांग्रेस के 3 पार्षदों द्वारा क्रॉस वोटिंग की गई जिसके चलते मतगणना के पूर्व कांग्रेस के समर्थन में दिख रहे चुनाव परिणाम भाजपा के पक्ष में हो गए और चेयरमैन का पद भाजपा की झोली में चला गया। गौरतलब है कि पालिका अध्यक्ष की सीट पूर्व चेयरमैन शारदा मितलवाल के विरुद्ध 17 जून 2022 अविश्वास प्रस्ताव पारित हो जाने के कारण खाली हो गई थी। चुनाव के दौरान पुलिस लाईन से आए अतिरिक्त जाप्ते के साथ स्थानीय सिटी और सदर थाने का पूरा पुलिस अमला पुलिस उपाधीक्षक पूनम भरगड़, सदर थाना प्रभारी हेमराजसिंह और सिटी थानाधिकारी कल्पना राठौड़ के नेतृत्व में मुस्तैदी से मतदान स्थल अंबेडकर भवन के आसपास दिनभर तैनात रहा।
जीत के बाद बेहोश हुई नवनिर्वाचित चेयरमैन मित्तल
परिणामों की घोषणा के बाद नवनिर्वाचित पालिका अध्यक्ष अनीता मित्तल ने अंबेडकर भवन के बाहर आकर विधायक रामस्वरुप लांबा के साथ खड़े होकर खबरनवीसों से बातचीत की और जीत का श्रेय विधायक लांबा को देकर कहा कि वे नगरपालिका के अधूरे पड़े विकास कार्यो को शीघ्र वापिस शुरू करवाएंगी और नगरपालिका क्षेत्र का विकास योजनाबद्ध तरीके से शीघ्र शुरू करेगी। बातचीत समाप्त होते होते अचानक चेयरमैन मित्तल बेसुध होकर गिर पड़ी, जिनको वापिस होश में आने में लगभग 10 मिनट लग गए। इसके बाद वे जुलूस के रूप में आगे बढ़ी।
पालिका चेयरमैन के चुनावों का परिणाम उच्चन्यायालय के निर्णय के अधीन रहेगा
राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायधीश महेंद्र कुमार गोयल ने गुरुवार को अध्यक्ष पद के चुनावों का परिणाम उच्च न्यायालय के निर्णय के अधीन रखने के आदेश जारी किए है। जानकारी के अनुसार नगरपालिका की पूर्व चेयरमैन शारदा मितलवाल ने 17 जून 2022 को उनके विरुद्ध पारित अविश्वास प्रस्ताव को बिना पंजीकृत नोटिस जारी किए संपन्न करवाने और रसीदों पर 26 मई और 9 जून को उनके हस्ताक्षरों को नकली और जाली बताते हुए पालिका अध्यक्ष पद के चुनावों पर रोक लगाने और स्वंय को वापिस अध्यक्ष पद पर काबिज करवाने की प्रार्थना करते हुए एक याचिका उच्च न्यायालय में दायर की थी। जिस पर गुरुवार को ही उच्च न्यायालय के न्यायधीश ने अध्यक्ष पद के चुनावों को न्यायालय के निर्णय के अधीन रखने के आदेश जारी किए गए। इस बारे में निर्वाचन अधकारी एसडीएम अंशुल आमेरिया से पूछने पर उन्होंने बताया कि उन्हें उच्च न्यायालय के आदेशों की जानकारी मिली है और वे इन आदेशों को स्वायत्त शासन विभाग के उच्चाधिकारियों और चुनाव आयोग के अधिकारियों को भेजकर मार्गदर्शन लेकर आगे कोई कार्यवाही करेंगी। न्यायालय में याचिका पर सुनाई हेतु आगामी तारीख 14 नवंबर निर्धारित की है।

(इनपुट-सुधीर मित्तल, रियाज अहमद)