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अखिल भारतीय किन्नर सम्मेलन में मुख्य भूमिका निभा रही भरतपुर की किन्नर मुखिया नीतू मौसी ने शनिवार को कहा कि अब वह समय नहीं रहा, जब किसी घर में किन्नर पैदा होने के बाद उसे जबरदस्ती ले लिया जाता था। इस समय परिजनों की इच्छा के बिना हम नहीं ला सकते। धीरे-धीरे बहुत बड़े बदलाव भी हो रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि देश में सबसे ज्यादा पंजाब हरियाणा में किन्नर पैदा होते हैं। राजस्थान के अलवर जिले में अभी तक केवल एक किन्नर पैदा हुआ है।
सबसे ज्यादा किन्नर हरियाणा और पंजाब में ही देखे हैं
नीतू मौसी का कहना है कि हमने सबसे अधिक किन्नर हरियाणा और पंजाब में ही देखे हैं। वहां जब हम दूसरे किन्नरों के कार्यक्रमों में जाते हैं। तब एक किन्नर के साथ एक या दो छोटे बच्चे किन्नर मिलते हैं। जिससे साफ जाहिर है कि हरियाणा और पंजाब में ही किन्नर अधिक पैदा होते रहे हैं।
राजस्थान में किन्नरों को सबसे ज्यादा इज्जत
किन्नर नीतू मौसी ने साफ तौर पर कहा कि देश में राजस्थान में किन्नरों को सबसे ज्यादा इज्जत मिलती है। यहां उनको घृणा की दृष्टि से नहीं देखा जाता है। हम खुद भी राजस्थान में होने को खुशनसीब समझते हैं। हालांकि राजस्थान की तुलना में कई अन्य राज्यों में किन्नरों की संख्या काफी ज्यादा भी है।
कुछ किन्नर वापस भी चले जाते हैं
उन्होंने बताया कि काफी किन्नर बड़े होकर वापस भी अपने शहर गांव और परिवार में लौट जाते हैं। कुछ परिवार के लोग भी उनको वापस बुला लेते हैं, लेकिन ज्यादातर किन्नर अपने समाज में ही जीवन यापन करते हैं। यह बात बिल्कुल सही है कि किन्नर खुद को अन्य समाज की तरह सम्मानजनक जीवन जीना चाहता है।
कुछ किन्नर पढ़ भी रहे
किन्नर नीतू मौसी ने बताया कि कुछ किन्नर पढ़ते हैं। उनके थोक में भी 15 बच्चों में से 6 पढ़ रहे हैं। पुराने किन्नर भी काफी ऐसे हैं जो ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट हैं। सरकार के कानून में बदलाव करने के बाद कुछ की सरकारी नौकरी भी लगी है, लेकिन सरकार के प्रयासों का अभी जमीनी स्तर पर बड़ा फायदा नहीं मिल रहा है।
पॉजिटिव- कुछ रचनात्मक तथा सामाजिक कार्यों में आपका अधिकतर समय व्यतीत होगा। मीडिया तथा संपर्क सूत्रों संबंधी गतिविधियों में अपना विशेष ध्यान केंद्रित रखें, आपको कोई महत्वपूर्ण सूचना मिल सकती हैं। अनुभव...
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