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20Km दूर हेलिकॉप्टर से आई दुल्हन:​​​​​​​नर्सिंगकर्मी दूल्हा और ग्रेजुएशन कर रही दुल्हन को साथ लाया, भाई व पिता चाहते थे शादी खास हो

अलवर2 वर्ष पहले
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हेलिकॉप्टर में दुल्हा-दुल्हन गांव पहुंचे। - Dainik Bhaskar
हेलिकॉप्टर में दुल्हा-दुल्हन गांव पहुंचे।

नर्सिंगकर्मी दूल्हा और ग्रेजुएशन कर रही दुल्हन की शादी को बेहद खास बनाने के लिए दूल्हे के भाई व पिता ने हेलिकॉप्टर से दुल्हन को लाने की जिद पूरी कर ली। जिसके लिए एक दिन पहले तक कलेक्टर से अनुमति की प्रक्रिया को पूरा किया। तभी सोमवार सुबह अलवर के लक्ष्मगणढ़ कस्बे में हेलिकॉप्टर उतरा। इसके बाद सोमवार सुबह करीब 11 बजे रामगढ़ के पास खुटेटाखुर्द गांव से बारात लेकर आए दूल्हे हेमंत जाघा व लक्ष्मणगढ़ निवासी दुल्हन नेहा ने उड़ान भरा। कस्बे में हेलिकॉप्टर को देखने वालों की भीड़ जुट गई।
दूल्हे ने कहा शादी को खास करने चाह
खुद दूल्हे हेमंत ने कहा कि उसके भाई व पिता शादी को खास बनाना चाहते थे। जिसके लिए हेलिकॉप्टर मंगाया है। जबकि दूल्हा व दुल्हन के गांव के बीच की दूरी महज 20 किलोमीटर है। पहले दिन दूल्हा कार से अपने ससुराल लक्ष्मणगढ़ आया था। शादी के दिन भी हेलिकॉप्टर को उतारने की प्रशासनिक अनुमति के लिए भागदौड़ हो रही थी। लेकिन रविवार शाम करीब छह बजे कलेक्टर की अनुमति मिल गई। इसके बाद अगले दिन सोमवार सुबह हेलिकॉप्टर आया। जिसमें दूल्हा-दुल्हन बैठकर निकले। इसी क्षण को खास बनाने की चाह थी। जिसके लिए कई लाख रुपए भी खर्च कर दिए।

लक्ष्मणगढ़ कस्बे में हेलिकॉप्टर के साथ खड़े दूल्हा-दुल्हन व परिवार के लोग।
लक्ष्मणगढ़ कस्बे में हेलिकॉप्टर के साथ खड़े दूल्हा-दुल्हन व परिवार के लोग।

गांव के एक चक्कर
लक्ष्मणगढ़ से उड़ान भरने के बाद हैलिकॉप्टर करीब 5 से 10 मिनट में ही खूटेटाखुर्द पहुंच गया। हेलिकॉप्टर को देखकर वहां भी गांव में भीड़ जुट गई। जबकि दोनों की परिवार सामान्य है। लड़की के पिता की दुकान है। वहीं दूल्हे के परिवार के लोग भी साधारण हैं। लेकिन उनके परिवार की चाह थी कि वे शादी को स्पेशल बनाना चाहते हैं। जिसके लिए हेलिकॉप्टर मंगाया।

हेलिकॉप्टर में चढ़ने की तैयारी।
हेलिकॉप्टर में चढ़ने की तैयारी।

फोटो व कंटेंट: चंद्रप्रकाश पाराशर, लक्ष्मणगढ़।