कांग्रेस नेता व अलवर नगर परिषद सभापति बीना गुप्ता और उनके बेटे कुलदीप गुप्ता को ACB ने सोमवार को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। सभापति गुप्ता ने खुद के घर पर ऑक्शनर से रिश्वत मांगी थी। रिश्वत के रूप में 3 लाख 50 हजार रुपए देना तय हुआ। करीब 1 लाख 35 हजार रुपए पहले दिए जा चुके थे। अब 80 हजार रुपए लेते हुए गिरफ्तार किए गए हैं।
अस्थायी दुकानों का ऑक्शन करने वाले से कमीशन
शिकायतकर्ता मोहनलाल ने एसीबी को करीब सवा महीने पहले शिकायत दी थी कि वह नगर परिषद में ऑक्शनर है। परिषद की अस्थायी जगह पर दुकान लगाने के ठेके देता है। इसके अलावा प्रचार-प्रसार के काम करता है। इसके लिए परिषद की ओर से उसे 2 पर्सेंट कमीशन मिलता है। सभापति बीना गुप्ता इस कमीशन की राशि में से 50% रिश्वत मांगती हैं।
बिना रिश्वत दिए नहीं मिल रही राशि
शिकायतकर्ता ने बताया था कि उसके काम के एवज में मिलने वाली राशि तभी मिलेगी जब वह सभापति को रिश्वत देगा। एसीबी ने करीब 1 महीने पहले शिकायत का सत्यापन कर लिया था। उसका सत्यापन होने के बाद ACB ने सोमवार को अलवर शहर में अशोका टाॅकीज के पास गाय वाले मोहल्ले में बीना गुप्ता को उसके घर पर ट्रैप किया।
रिश्वत की राशि देते समय दोनों से बात
ACB के एएसपी बजरंग सिंह ने बताया कि सोमवार शाम करीब साढ़े चार बजे रिश्वत की राशि देते समय सभापति व उसके बेटे कुलदीप दोनों से बात हुई। फिर रिश्वत के 1 लाख रुपए दिए गए। इसमें से 20 हजार रुपए वापस कर दिए। कुल 80 हजार रुपए रख लिए गए। इसके तुरंत बाद ACB ने रिश्वत की राशि के साथ दोनों को ट्रैप कर गिरफ्तार कर लिया।
घर से ही ऑफिस का काम
ACB के अधिकारी ने बताया कि ऑक्शनर के काम के एवज में मिलने वाली कमीशन की राशि का चेक उसे घर से ही दिया गया। मतलब ऑफिस का काम भी घर से होता था।
बड़ी मात्रा में गोल्ड भी मिला
ACB ने अभी सभापति के घर पर सम्पति व नकदी मिलने की जानकारी नहीं दी है। सूत्रों से पता चला है कि घर में बड़ी मात्रा में सोना मिला है। इसके अलावा प्रॉपर्टी के दस्तावेज भी मिले हैं। जांच जारी है।
एक टीम जयपुर से
ACB की जयपुर की टीम कार्रवाई करने पहुंची। साथ में अलवर ACB की टीम के अधिकारी भी मौजूद रहे। एसीबी के अधिकारियों को करीब सवा महीने पहले शिकायत मिली थी। अब ट्रैप किया गया। संभव है कि मंगलवार को सभापति व उसके बेटे को कोर्ट में पेश किया जाएगा। इसके बाद जेल भेजा जा सकता है। ACB की कार्रवाई के दौरान घर के बाहर भीड़ जुट गई थी।
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