मनरेगा में मजदूरी कर रहे स्टेट-नेशनल खेल चुके प्लेयर्स:सोना-चांदी दिलाने वाले 150 खिलाड़ियों की नियुक्तियां फंसी, प्राइज मनी भी अटकी

बांसवाड़ा4 महीने पहलेलेखक: विजयपाल डूडी
  • कॉपी लिंक
ये हैं श्रीगंगानगर के मोहनलाल, जो घर-परिवार चलाने के लिए दिहाड़ी कर रहे हैं। - Dainik Bhaskar
ये हैं श्रीगंगानगर के मोहनलाल, जो घर-परिवार चलाने के लिए दिहाड़ी कर रहे हैं।

खेलों में राजस्थान का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ी खुद गुमनामी में जी रहे हैं। हालात यह है कि सोने-चांदी के तमगे लाने वाले खिलाड़ी अब घर चलाने के लिए मजदूरी कर रहे हैं। खिलाड़ियों ने कर्ज लेकर तैयारी की, मेडल भी जीते, लेकिन नौकरी तो दूर खिलाड़ियों को मेडल पर मिलने वाली इनामी राशि तक विभाग पिछले 4 सालों में नहीं दे पाया। राजस्थान के 1476 खिलाड़ियों की 25.13 करोड़ रुपए प्राइज मनी बाकी है।

सबसे ज्यादा परेशानी पैरा खिलाड़ियों (दिव्यांग) को उठानी पड़ रही है। प्रदेश के 333 पैरा खिलाड़ियों काे प्राइज मनी के 9.73 करोड़ रुपए नहीं मिल पाए हैं। मजबूर दिव्यांग खिलाड़ी खेतों, मनरेगा के अलावा अपनी दुकान खोलकर किसी तरह से अपना घर चला रहे हैं।

खेल पॉलिसी के मुताबिक नेशनल में मेडल जीतने वाले खिलाड़ी काे 6 महीने के अंदर भीतर प्रक्रिया पूरी कर सरकारी नौकरी देनी होती है, लेकिन करीब 150 खिलाड़ियों की नियुक्ति अटकी है।
मजदूरी कर घर चला रहीं कंचनबाला
भीलवाड़ा के गुलाबपुरा की रहने वाली एथलीट कंचनबाला ने नेशनल में गोल्ड दिलाया, लेकिन प्राइज मनी के 10 लाख रुपए बकाया है। वह मनरेगा में मजदूरी कर रही हैं। किराए के मकान में रहती हैं, पति भी मजदूरी करते हैं। कंचन ने बताया कि बच्चों को भी ठीक से नहीं पढ़ा पा रहीं। उन्होंने स्टेट में 7 गोल्ड, 10 सिल्वर, 1 ब्रॉन्ज और नेशनल में 1 गोल्ड, 4 सिल्वर, 1 ब्रॉन्ज जीते हैं।

स्टेट में 5 गोल्ड, 2 ब्रॉन्ज जीते, 6 लाख प्राइज मनी बकाया, दीवार पुताई करता है माेहन
श्रीगंगानगर जिले के 5जीबी गांव के मोहनलाल ने स्वीमिंग, पावर लिफ्टिंग, क्रिकेट में राजस्थान को गोल्ड दिलाया, लेकिन प्राइज मनी 5.90 लाख अब तक नहीं मिले। मोहन ने बताया कि 50 हजार का कर्ज लेकर तैयारी की, अब उसे चुकाने के लिए पुताई का काम कर रहे हैं। मोहन स्टेट टूर्नामेंट में 5 गोल्ड, 2 ब्रॉन्ज जीत चुके हैं, पैर में पोलियो है। पिता की भी हादसे में मौत हो चुकी है।

बकाया रकम इतनी...

खेलखिलाड़ीबकाया प्राइज मनी
वेट लिफ्टिंग1023.061 करोड़
बैडमिंटन951.43 करोड़
शूटिंग1112.03 करोड़
घुड़सवार3388.84 लाख
वुशु6635.85 करोड़
जिम्नास्टिक1392.17 करोड़
पैरा3339.73 करोड़
टोटल​​147625.13 करोड़ रुपए

नेशनल-स्टेट में तय प्राइज मनी
कैटेगरी गोल्ड सिल्वर ब्रॉन्ज
नेशनल 2 लाख 1.75 लाख 1.25 लाख
स्टेट 1 लाख 70 हजार 50 हजार रु.

अधिकारी बोले- मुझे जानकारी नहीं

इस सिलसिले में राजस्थान के स्पोट्‌र्स काउंसिल के सचिव गोवर्धन शर्मा का कहना है कि खिलाड़ियों की प्राइज मनी बकाया होने की मुझे जानकारी नहीं है। अभी कुछ नहीं बता सकता। किसी और से पूछिए।

ये भी पढ़ें

OPS के बाद कर्मचारियों को फिर तोहफा:चुनावी बजट में दो घोषणाएं संभव; 3 की जगह 4 प्रमोशन, प्रोबेशन पीरियड भी घटेगा

​​​​​​​पिछले बजट में ओल्ड पेंशन स्कीम (ओपीएस) की घोषणा और उसे लागू करने के बाद गहलोत सरकार कर्मचारियों के लिए दो बड़े तोहफे दे सकती है। इस साल आखिर में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं और उससे पहले 8 फरवरी को राज्य का बजट आने वाला है।​​​​​​​ (पूरी खबर पढ़ें)