800 किलोमीटर दूर पिलानी से बांसवाड़ा आए परिवार को 72 घंटे बाद भी SDO छोटूलाल शर्मा नहीं मिले। दिवाली की रात को दीपोत्सव मनाने की बजाए 12 साल की सभ्यता शर्मा यहां आनंदपुरी स्थित SDO के सरकारी क्वार्टर सर्दी-जुकाम और बुखार से जूझती रही। वहीं बच्चों की मां पूनम जखेड़िया भी बीमीार हो गईं। बीमारी की सूचना पर आनंदपुरी थाना पुलिस ने दोनों का उपचार कराया और दवाइयां दिलाई। वहीं एक टीवी चैनल की ओर से SDO के बच्चों को आतिशबाजी गिफ्ट दिया गया, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी के बच्चों को इस दिवाली पर मुंह मीठा कराने वाला कोई नहीं मिला। घर में जैसे-तैसे खाने का जुगाड़ हुआ, लेकिन सर्द रात में परिवार को ओढ़ने के लिए कंबल नहीं मिल सका। इधर, SDO शर्मा ने दिवाली की रात को पत्नी के फोन पर बातचीत की।
SDO बोले: राशन पानी दे जाएगा
इधर, दिवाली की रात को SDO शर्मा ने परिवार को वाट्सएप से वाॅइस कॉल किया। बच्चों से उनकी कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने बच्चों से किसी की बातों में नहीं आने की हिदायत दी। साथ ही कहा कि वह किसी बंदे को भेज देंगे, जो राशन पानी दे जाएगा। SDO शर्मा ने पत्नी पूनम जखेड़िया से कहा कि जब तक वह लोग सरकारी क्वार्टर में हैं वह घर नहीं आएंगे। वह तलाक पेपर में साइन कर दें। बच्चों का भला चाहो तो लौटकर चले जाओ। मिलना है तो कोर्ट में मिलेंगे।
पत्नी की एक नहीं सुनी
SDO शर्मा की पत्नी पूनम जखेड़िया ने कहा कि उनके पति का फोन आया था। वह केवल उनकी सुना रहे थे। उन्होंने 20 बार SDO को घर आने को कहा। यह भी बाेलीं कि घर आ जाओ। वह लड़ने के लिए नहीं आई हैं। बल्कि दिवाली पर उनके साथ त्योहार मनाने के लिए आई हैं। इधर, पूनम ने बताया कि SDO शर्मा की शिकायत पर थाने से ASI बयान लेने आए थे। उनके साथ महिला कांस्टेबल भी थी। ASI ने बच्चों को और उनको बीमार देखा तो हॉस्पिटल से स्टाफ भेजा, जो दवा देकर गया है।
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