नाबालिग लड़के का विवाह रुकवाने गई पुलिस पर पथराव हुआ है। वारदात में सरकारी वाहन के कांच फूट गए। चारों तरफ से हुए पथराव में पुलिस के दो जवान भी घायल हुए हैं, जिनके भीतर चोटें आई हैं। वारदात में बदमाशों के तेवर को देखते हुए पुलिस को तत्काल मौका छोड़ निकलना पड़ा। पुलिस ने मामले में फिलहाल पांच जनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। थाने के ASI की शिकायत पर पुलिस कार्रवाई जारी है। मामला बांसवाड़ा जिले के भूंगड़ा थाने का है।
ASI मनोहरलाल निनामा ने इस मामले में थाने में रिपोर्ट दी। बताया कि 11 अप्रैल की रात को साढ़े 11 बजे हेड कॉन्सटेबल (HC) रामलाल, HC सरदारसिंह, HC गंगाराम, जवान मोहन व ड्राइवर कमलसिंह के साथ वह गश्त पर था। तभी पुलिस कंट्रोल रूम से बाल विवाह रुकवाने की सूचना मिली। थानाधिकारी हेमंत चौहान से निर्देश लेकर गश्ती दल ओटापाड़ा, वाड़गुन निवासी धुलिया चरपोटा के घर पहुंचा, जहां बेटे रमण की शादी को लेकर उसके घर में नोतरा हो रहा था। पुलिस ने वहां पहुंचकर परिवार को बाल विवाह रुकवाने की नसीहत दी। परिवार को समझाने के प्रयास किए। तभी कुछ लोग वहां से निकलकर अंधेरे में छिप गए। उन्होंने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।
हेडकांस्टेबल सहित दो जख्मी
वारदात में हेड कांस्टेबल रामलाल की कमर पर पत्थर लगे, जिससे वह घायल हो गया। वहीं एक जवान पर भी पत्थर आकर लगे। पथराव में गाड़ी का कांच फूट गया। वहीं बोनेट पर भी खरोंचें आईं। अंधेरे का फायदा उठाकर बदमाश वहां से भागने लगे, जिन पर बीट कांस्टेबल मनमोहन ने टॉर्च डाली। तब उनकी पहचान गजेंद्र चरपोटा, हरीश चरपोटा, सुनील चरपोटा, विजयपाल चरपोटा, मंगला चरपोटा के तौर पर हुई। वारदात में करीब 20 लोग शामिल थे। इधर, आरोपियों के तेवर देखकर पुलिस को भी बिना देर लगाए मौका छोड़ना पड़ा।
दुल्हन बालिग थी, जबकि दूल्हा नाबालिग
भूंगड़ा थानाधिकारी हेमंत चौहान ने बताया कि नाबालिग शादी को लेकर दो दिन पहले सूचना मिली थी। प्रशासनिक और पुलिस अमले ने इसकी पुष्टि की। यहां दुल्हन बालिग और दूल्हा नाबालिग मिला। इसके बाद परिवार को बाल विवाह नहीं करने के लिए पाबंद किया गया। बावजूद इसके परिवार ने ये गलती की।
कंटेंट: किशोर बुनकर (खमेरा)
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